STET, BPSC, NET संगीत प्रश्न संग्रह अभ्यास सेट 04
(कुल 80 प्रश्न)
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- उच्चतम स्कोर प्राप्त करने वाले प्रतिभागी विजेता होंगे।
- किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी की स्थिति में आपको टूर्नामेंट से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
नियम:
- टूर्नामेंट में कुल 2 प्रश्न होंगे।
- प्रत्येक सही उत्तर के लिए आपको 1 अंक मिलेगा।
- कोई नकारात्मक अंकन नहीं होगा।
- टूर्नामेंट समाप्त होने के बाद, परिणामों की घोषणा की जाएगी।
- विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में आमंत्रित किया जाएगा।
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रजाखानी गत की रचना का आधार क्या था?
ध्रुपद शैली
ठुमरी शैली
ख़याल शैली
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
रजाखानी गत का आधार ठुमरी शैली है, जो इसके भाव-प्रधान और चंचल प्रकृति से मेल खाती है।
रजाखानी गत किस ताल में बजता है?
चाहारताल
ध्रुपद (दीपचंदी)
तीनताल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
रजाखानी गत द्रुत या अति द्रुत लय में तीनताल (त्रिताल - 16 मात्रा) में बजाई जाती है।
रजाखानी गत के लिए उपयुक्त राग कौन है?
काफी
पीलू
गारा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
रजाखानी गत किसी भी चंचल प्रकृति के राग में बजाई जा सकती है। काफी, पीलू और गारा तीनों ही चंचल और भाव-प्रधान राग हैं, इसलिए ये उपयुक्त हैं।
रजाखानी गत किसके वादन के बाद बजाया जाता है?
मसीतखानी गत
फिरोजखानी गत
जफरखानी गत
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सितार वादन में, विलंबित लय की मसीतखानी गत के बाद द्रुत लय की रजाखानी गत बजाई जाती है।
प्रत्येक द्रुत गत को किस नाम ने क्या कहा है?
रजाखानी गत
फिरोजखानी गत
मसीतखानी गत
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
रजाखानी गत का दूसरा नाम फ़िरोजखानी गत है।
मिज़राब के छः के आधार पर जो गत बजती है उसे क्या कहते हैं?
रजाखानी गत
फिरोजखानी गत
मसीतखानी गत
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
मसीतखानी गत (विलम्बित लय की गत) में मिज़राब के छः बोलों का प्रयोग प्रमुखता से होता है।
जफरखानी गत के कितने प्रकार बताए गए हैं?
2
5
4
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
जफरखानी गत के 2 प्रकार बताए गए हैं: मियाँ जफरखाँ द्वारा बनाई गई और बहरामखाँ द्वारा बनाई गई।
ताल के अवयव को क्या कहा जाता है?
ताली
मात्रा
विभाग
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
ताल की सबसे छोटी इकाई को 'मात्रा' कहा जाता है, और ताल मात्राओं का एक निश्चित समूह होता है।
चांचपुट ताल किस जाति की ताल है?
खण्ड
मिश्र
चतस्र
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
चांचपुट ताल चतस्र (4 मात्रा की एक इकाई) जाति की ताल है।
विलंबित लय बहुत धीमी होती है, इसकी प्रकृति कैसी होती है?
सामान्य
गंभीर
चंचल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
विलंबित लय की प्रकृति गंभीर और शांत होती है।
मध्य लय की प्रकृति कैसी होती है?
सामान्य
गंभीर
चंचल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
मध्य लय की प्रकृति सामान्य होती है, यह न तो बहुत धीमी (गंभीर) और न ही बहुत तेज (चंचल) होती है।
द्रुत लय में बजाया जाता है?
झाला
तराना
रजाखानी गत
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
द्रुत लय में झाला (सितार/सरोद पर), तराना (गायन), और रजाखानी गत (सितार पर) तीनों बजाए जाते हैं।
सम, ताली और खाली किसके अंतर्गत आते हैं?
क्रिया
यति
मार्ग
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सम, ताली और खाली ताल की क्रियाएं होती हैं।
वेंकटमखी ने एक थाट/मेल से कितने राग की उत्पत्ति मानी है?
72
484
264
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
वेंकटमखी ने एक मेल (थाट) से 484 रागों की उत्पत्ति मानी है, जिससे कुल 72 मेलों से 34,848 रागों की उत्पत्ति हो सकती है।
शारंगदेव ने संगीत रत्नाकर में कितने प्रबंधों की चर्चा की है?
75
96
264
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
शारंगदेव ने संगीत रत्नाकर में 75 प्रबंधों (गायन की एक विशिष्ट शैली) की चर्चा की है।
प्राचीन काल में किस ठाट को शुद्ध ठाट माना जाता था?
भैरवी
काफी
बिलावल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित भातखंडे ने 'बिलावल' थाट को आधुनिक शुद्ध थाट माना है, जबकि प्राचीन काल में 'काफी' थाट को शुद्ध थाट के समान माना गया था।
अश्रुति का चिन्ह है—
1
0
U
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
अश्रुति का चिन्ह 'U' होता है। (0 खाली के लिए है, 1 ताली के लिए)।
ताल में काल की इकाई को क्या कहते हैं?
मार्ग
कला
क्रिया
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
ताल में काल (समय) की इकाई को 'कला' कहते हैं।
संगीत रत्नाकर में पखावज के कितने अंग/वर्ण बताए गए हैं?
8
10
16
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
संगीत रत्नाकर में पखावज (मृदंग) के 16 वर्णों/अंगों की चर्चा है। (उत्तरमाला C-16 है, जो सही है)
कृपाल राय को “मृदंग राय” की उपाधि किसने दी थी?
अलाउद्दीन खिलजी
औरंगज़ेब
अकबर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
तानसेन के पिता कृपाल राय को सम्राट अकबर ने "मृदंग राय" की उपाधि से सम्मानित किया था।
इनमें से कौन-से ताल के 10 प्राण के अंतर्गत आते हैं?
मार्ग
प्रस्तार
क्रिया
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
ताल के 10 प्राण हैं: काल, मार्ग, क्रिया, अंग, ग्रह, जाति, कला, लय, यति, और प्रस्तार।
दक्षिण ताल पद्धति में “खाली” के स्थान पर इनमें से किसका प्रयोग होता है?
विसर्जितम्
नादरम्
जावली
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
दक्षिण ताल पद्धति में 'खाली' के स्थान पर 'विसर्जितम्' नामक क्रिया का प्रयोग होता है।
दक्षिण संगीत पद्धति में समय मापने के लिए कितनी इकाइयां का प्रयोग होता है?
3
5
2
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
दक्षिण संगीत पद्धति में काल (समय) की पाँच इकाइयाँ हैं 👇
1. अक्षरकाल (Aksharakāla) — सबसे छोटी समय इकाई,2. मात्रा (Mātra), 3. लगु (Laghu), 4. द्रुतम् (Drutam), 5. अनुद्रुतम् (Anudrutam)।
चांचपुट (चाचपुट) ताल में कितनी मात्राएँ होती हैं?
6
8
12
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
चाचपुट ताल (Chachput Taal) 8 मात्रा का होता है (2+2+2+2)।
मतंग ने प्रबंध को इनमें से किसके अंतर्गत माना है?
पाश्चात्य संगीत
मार्ग संगीत
देसी संगीत
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
मतंग मुनि ने प्रबंध को देसी संगीत के अंतर्गत माना है।
ताल की कितनी जातियां होती हैं?
5
6
7
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
ताल की 5 जातियां होती हैं: चतस्र (4), तिस्र (3), खण्ड (5), मिश्र (7) और संकीर्ण (9)।
ताल का निर्माण किससे होता है?
लय से
जाति से
मात्रा से
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
ताल का निर्माण 'मात्रा' के निश्चित समूहों द्वारा होता है।
ताल के प्रथम मात्रा से अंतिम मात्रा तक की दूरी क्या कहलाती है?
मार्ग
जाति
बाज
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
ताल के प्रथम मात्रा से अंतिम मात्रा तक के चक्र को 'आवर्तन' या 'मार्ग' कहा जाता है। (उत्तरमाला A है, जो 'मार्ग' को इंगित करता है)
पखावज में कौन-से दो वर्ण अपरिवर्तनशील/स्थायी होते हैं?
"धि" और "ट"
"ध" और "धा"
"तट" और "ता"
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पखावज के बोलों में 'ध' और 'धा' वर्णों को अपरिवर्तनशील (स्थायी) माना जाता है।
तानसेन का जन्म किस वर्ष हुआ था?
26 जून 1529
28 मई 1529
26 अप्रैल 1506
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
तानसेन का जन्म 26 अप्रैल 1506 को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में हुआ था।
तानसेन के गुरु का नाम बताएं—
गोपाल नायक
स्वामी हरिदास
बैजू बावरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
तानसेन के प्रमुख गुरु स्वामी हरिदास थे।
तानसेन का जन्म कहाँ हुआ था?
ग्वालियर
पटियाली
आगरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
तानसेन का जन्म ग्वालियर में हुआ था।
निम्न में से तानसेन के समकालीन गायक कौन थे (अकबर के समय)?
नायक बकसू
गोपाल नायक
बैजू बावरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
बैजू बावरा (बैजनाथ) तानसेन के समकालीन गायक थे।
तानसेन की पुत्री का नाम बताएं—
अपूर्णा देवी
सरस्वती
राधिका मोहन मैत्रेय
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
तानसेन की पुत्री का नाम सरस्वती देवी था, जो उनके पुत्र हेम सेन के साथ बाद में सितार वादन से जुड़ीं।
“मियाँ की तोड़ी” राग के आविष्कारक कौन हैं?
तानसेन
अलाउद्दीन खान
विलास खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
राग मियाँ की तोड़ी (या 'मियाँ की तोड़ी') के आविष्कारक तानसेन माने जाते हैं।
तानसेन ने ध्रुपद की रचना किस भाषा में की?
मगही
ब्रजभाषा
अवधी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
तानसेन ने अपने ध्रुपदों की रचना मुख्य रूप से ब्रजभाषा में की थी।
स्वामी हरिदास द्वारा रचित ग्रंथ का नाम है—
रागदर्पण
नादविनोद
श्रृंगारहार
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
स्वामी हरिदास द्वारा रचित ग्रंथ 'नादविनोद' माना जाता है, जिसमें उनकी संगीत शिक्षा और सिद्धांत शामिल हैं। (ध्यान दें: कुछ अन्य ग्रंथों में उनके नाम से कुछ रचनाओं का उल्लेख मिलता है, लेकिन 'नादविनोद' सबसे प्रमुख है)
ब्रज में रासलीला को प्रचलित करने का श्रेय किसे?
वंशीनाथ
स्वामी हरिदास
बैजू बावरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
स्वामी हरिदास ने ब्रज में रासलीला को प्रचलित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
स्वामी हरिदास ने किस संप्रदाय की स्थापना की?
पागलपंथ
डांगर संप्रदाय
सखी संप्रदाय
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
स्वामी हरिदास ने 'सखी संप्रदाय' (हरिदासी संप्रदाय) की स्थापना की, जो श्रीकृष्ण की सखी भाव से भक्ति पर केंद्रित है।
स्वामी हरिदास का जन्म स्थान है—
खैरवाली गाँव
एटा
पटियाली
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
स्वामी हरिदास का जन्म स्थान विवादित है। कुछ स्रोतों के अनुसार, उनका जन्म अलीगढ़ के पास हरिदासपुर (अब हरिदास नगर) में हुआ था, जबकि अन्य स्रोतों में इसे एटा जिले का एक गाँव (जैसे सखीपुरा) बताया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने बाद में अलीगढ़ के पास हरिदासपुर को औपचारिक रूप से 'हरिदास नगर' नाम दिया और इसे उनका जन्मस्थान घोषित किया। यह स्थान अलीगढ़ से लगभग 8 किलोमीटर दूर है। हालांकि, एटा जिले के कुछ लोग अभी भी अपने गाँव को उनका वास्तविक जन्मस्थान मानते हैं। दोनों स्थानों पर स्वामी हरिदास के मंदिर और स्मारक मौजूद हैं।
किस राजा के आश्रम में गोपाल नायक दरबारी गायक थे?
राजा भोज
अलाउद्दीन खिलजी
रामदेव
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
गोपाल नायक देवगिरि (देवगढ़) के राजा रामदेव के दरबारी गायक थे, जिन्हें बाद में अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली ले गए थे।
किस गायक ने गोपाल नायक को संगीत प्रतियोगिता में छल से हराया?
बैजू बावरा
तानसेन
अमीर खुसरो
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
अमीर खुसरो ने गोपाल नायक को संगीत प्रतियोगिता में छल से हराया था।
सदारंग का वास्तविक नाम क्या था?
नियामत खान
फ़िरोज खान
फ़ैयाज़ खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सदारंग का वास्तविक नाम नियामत खान था।
सदारंग का जन्म किस राजा के शासनकाल में हुआ था?
अकबर
औरंगज़ेब
जहाँगीर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सदारंग (नियामत खान) का जन्म औरंगजेब (1658-1707) के शासनकाल में हुआ था।
बीन-वादन में अनेक नवीन प्रयोग किसने किए?
सदारंग
अदारंग
लालमणि मिश्र
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सदारंग ने बीन वादन में कई नवीन प्रयोग किए थे।
सदारंग के मुख्य शिष्य (दामाद भी) कौन थे?
नियामत खान
फ़िरोज खान
पंडित रविशंकर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सदारंग के प्रमुख शिष्य (और दामाद) अदारंग (फ़िरोज खान) थे।
मुंबई में “गायन समाज” की स्थापना किसने की?
इचलकरंजीकर
विनायक राव पटवर्धन
दिगंबर पलुस्कर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
मुंबई में गायन समाज की स्थापना बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर ने की थी।
इचलकरंजीकर को महाराष्ट्र में किस पदवी से सम्मानित किया गया?
राजगायक
पटवारी गायक
राजदरबारी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर को 'राजगायक' की पदवी से सम्मानित किया गया था।
पं. विष्णु दिगंबर पलुस्कर के गुरु का नाम बताएं—
बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर
रामकृष्ण बुआ वझे
नथन पीर बख्श
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर के गुरु बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर थे।
किसे “कलावंत” की उपाधि से नवाजा गया?
बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर
विष्णु दिगंबर पलुस्कर
पंडित रविशंकर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर को 'कलावंत' की उपाधि से नवाजा गया था।
पलुस्कर निम्न में से किसके शिष्य थे?
बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर
सवाई गंधर्व
अब्दुल करीम खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर के शिष्य थे।
“संगीततामृत प्रवाह” पत्रिका का संपादन कब आरंभ किया?
1908
1901
1909
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
'संगीततामृत प्रवाह' पत्रिका का संपादन 1909 में आरंभ हुआ था।
पलुस्कर का स्वर्गवास कब और कहाँ हुआ?
21 अगस्त 1931, मिरज
21 अगस्त 1931, नासिक
14 सितम्बर 1899, नेपाल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर का स्वर्गवास 21 अगस्त 1931 को मिरज में हुआ था।
गंधर्व महाविद्यालय की पहली स्थापना कब और कहाँ?
मुंबई, 1908
लाहौर, 1901
ढाका, 1948
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
गंधर्व महाविद्यालय की पहली स्थापना पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर ने 1901 में लाहौर में की थी।
1925 में अहमदाबाद में संगीत अधिवेशन किसने कराया?
विष्णु दिगंबर पलुस्कर
विष्णु नारायण भातखंडे
विनायक राव पटवर्धन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
1925 में अहमदाबाद में संगीत अधिवेशन पंडित विष्णु नारायण पलुस्कर ने कराया था।
पलुस्कर का जन्म कब हुआ था?
1872
1860
1887
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर का जन्म 18 अगस्त 1872 को कुरूंदवाड़ (महाराष्ट्र) में हुआ था।
पं. विष्णु नारायण भातखंडे का जन्म (मुंबई प्रांत) कहाँ हुआ?
बेलगाँव
सांताक्रूज
जुहू
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित विष्णु नारायण भातखंडे का जन्म 10 अगस्त 1860 को बेलगाँव (तब मुंबई प्रांत) में हुआ था।
पं. विष्णु नारायण भातखंडे का जन्म किस वर्ष?
1856
1860
1886
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित विष्णु नारायण भातखंडे का जन्म 10 अगस्त 1860 को हुआ था।
पं. भातखंडे ने समाज को संगीत शास्त्र का ज्ञान करते हुए मराठी में संगीत-शास्त्र पर किस पुस्तक की रचना की?
क्रमिक पुस्तक मालिका
अभिनव राग मंजरी
हिन्दुस्तानी संगीत पद्धति
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित भातखंडे ने 'अभिनव राग मंजरी' की रचना मराठी में की, जो संगीत शास्त्र पर आधारित है।
पं. भातखंडे ने बड़ौदा में विशाल संगीत सम्मेलन कब आयोजित किया?
1916
1925
1911
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
पंडित भातखंडे ने बड़ौदा (गुजरात) में विशाल संगीत सम्मेलन 1911 में आयोजित किया था।
पं. भातखंडे का भाषण किस पुस्तक में प्रकाशित है?
क्रमिक पुस्तक मालिका
A Short Historical Survey of the Music of Upper India
श्री मल्लक्षय संगीतम्
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित भातखंडे का भाषण 'A Short Historical Survey of the Music of Upper India' नामक पुस्तक में प्रकाशित है, जो उन्होंने बड़ौदा सम्मेलन में दिया था।
पं. भातखंडे द्वारा दूसरा संगीत सम्मेलन कहाँ हुआ?
बड़ौदा
दिल्ली
बनारस
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित भातखंडे द्वारा दूसरा संगीत सम्मेलन 1913 में दिल्ली में आयोजित किया गया था।
पं. भातखंडे ने लखनऊ में किस विद्यालय की स्थापना की?
करेकर महाविद्यालय
आर्य संगीत विद्यालय
मैरिस म्यूज़िक कॉलेज
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
पंडित भातखंडे ने लखनऊ में मैरिस म्यूज़िक कॉलेज (Maris Music College) की स्थापना की, जिसे अब भातखंडे संगीत सम विश्वविद्यालय कहा जाता है।
हिन्दुस्तानी संगीत पद्धति – 'क्रमिक पुस्तक मालिका' ग्रंथमाला के रचयिता?
पलुस्कर
भिखारी ठाकुर
भातखंडे
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
'क्रमिक पुस्तक मालिका' के रचयिता पंडित विष्णु नारायण भातखंडे हैं।
भातखंडे को किस उपनाम से संबोधित किया जाता है?
विष्णु शर्मा
चतुर पंडित
सुब रंग
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित विष्णु नारायण भातखंडे को 'चतुर पंडित' उपनाम से संबोधित किया जाता है।
पं. विष्णु नारायण भातखंडे का देहांत किस वर्ष?
20 अगस्त 1936
19 सितंबर 1936
12 जनवरी 1937
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित विष्णु नारायण भातखंडे का देहांत 19 सितंबर 1936 को हुआ था।
1918 में माधव संगीत विद्यालय की स्थापना किसने की?
पंडित रविशंकर
विष्णु दिगंबर पलुस्कर
चतुर पंडित
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
माधव संगीत विद्यालय की स्थापना 1918 में पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर ने की थी।
फ़ैयाज़ खान का जन्म कब और कहाँ?
1886, लखनऊ
1886, आगरा
1887, आगरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
उस्ताद फ़ैयाज़ ख़ान का जन्म 1886 में आगरा में हुआ था।
फ़ैयाज़ खान का उपनाम बताएं—
प्रेम पिया
प्रेमदास
सरस पिया
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद फ़ैयाज़ ख़ान का उपनाम 'प्रेम पिया' था।
फ़ैयाज़ खान की गायकी में किन शैलियों का समावेश था?
ध्रुपद और ख़याल
ख़याल और तराना
टप्पा और ध्रुपद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
फ़ैयाज़ खान आगरा घराने के चौमुखी गायक थे, इनकी गायकी में ध्रुपद, धमार, ख़याल, तराना, और ठुमरी सभी शैलियों का समावेश था। दिए गए विकल्पों में 'ध्रुपद और ख़याल' शामिल हैं।
“आफ़ताब-ए-मौसीकी” उपाधि फ़ैयाज़ खां को किस वर्ष मिली?
1952
1911
1916
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
बड़ौदा के महाराजा ने फ़ैयाज़ खां को 1911 में 'आफ़ताब-ए-मौसीकी' (संगीत का सूर्य) की उपाधि प्रदान की थी।
फ़ैयाज़ खां की मृत्यु कहाँ हुई?
आगरा
बड़ौदा
हैदराबाद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
उस्ताद फ़ैयाज़ खां की मृत्यु 5 नवंबर 1950 को बड़ौदा में हुई थी।
बड़े गुलाम अली का जन्म कब और कहाँ?
1902, हरियाणा
1902, पंजाब
1902, लाहौर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
उस्ताद बड़े गुलाम अली खां का जन्म 2 अप्रैल 1902 को कसूर, पंजाब (अब पाकिस्तान) में हुआ था।
बंदिश बनाते समय बड़े गुलाम अली किस उपनाम का प्रयोग करते थे?
मनरंग
सबरंग
सरस पिया
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
बड़े गुलाम अली ख़ान बंदिश बनाते समय 'सबरंग' उपनाम का प्रयोग करते थे।
बड़े गुलाम अली की मृत्यु कब और कहाँ?
23 अप्रैल 1968, हैदराबाद
24 जुलाई 1931, मुंबई
26 सितंबर 1936, अहमदाबाद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद बड़े गुलाम अली खां की मृत्यु 23 अप्रैल 1968 को हैदराबाद में हुई थी।
बड़े गुलाम अली को पद्म भूषण कब मिला?
1967
1971
1962
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
उस्ताद बड़े गुलाम अली खां को 1962 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
निसार हुसैन खान का जन्म कब और कहाँ?
1960, अमृतसर
1909, बदायूं
1897, अहमदाबाद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
उस्ताद निसार हुसैन खान का जन्म 1909 में बदायूं (उत्तर प्रदेश) में हुआ था।
निसार हुसैन किस घराने से थे?
रामपुर-सहसवान
ग्वालियर
आगरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद निसार हुसैन खान रामपुर-सहसवान घराने के गायक थे।
निसार हुसैन को पद्म भूषण कब मिला?
1969
1967
1971
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
उस्ताद निसार हुसैन खान को 1971 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
उस्ताद आमिर खान के गुरु (पिता के भी गुरु) कौन?
उस्मान अली खान
काले खान
नथन पीर बख्श
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद आमिर खान के पिता और गुरु उस्मान अली खान थे।
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