STET, BPSC, NET संगीत प्रश्न संग्रह अभ्यास सेट 05
(कुल 80 प्रश्न)
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- टूर्नामेंट में आपके पास पूर्वनिर्धारित संख्या में प्रयास होंगे।
- उच्चतम स्कोर प्राप्त करने वाले प्रतिभागी विजेता होंगे।
- किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी की स्थिति में आपको टूर्नामेंट से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
नियम:
- टूर्नामेंट में कुल 2 प्रश्न होंगे।
- प्रत्येक सही उत्तर के लिए आपको 1 अंक मिलेगा।
- कोई नकारात्मक अंकन नहीं होगा।
- टूर्नामेंट समाप्त होने के बाद, परिणामों की घोषणा की जाएगी।
- विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में आमंत्रित किया जाएगा।
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उस्ताद आमिर खान की आलाप गायन पद्धति का नाम?
खण्डमेर
मेखंड
एकताल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद आमिर खान अपनी आलाप गायन पद्धति के लिए जाने जाते थे, जिसे 'खण्डमेर' पद्धति कहा जाता है।
1971 में सुर-सिंगार संसद के द्वारा उस्ताद आमिर खान को कौन-सी उपाधि दी गयी थी?
सूरसागर
स्वरविलास
राजगायक
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
उस्ताद आमिर खान को 1971 में सुर-सिंगार संसद द्वारा 'स्वरविलास' की उपाधि दी गई थी।
आमिर खान अधिकतर विलंबित ख़याल किस ताल में गाते थे?
चारताल
एकताल
कहरवा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
उस्ताद आमिर खान विलंबित ख़याल के लिए मुख्य रूप से एकताल और झूमरा ताल का प्रयोग करते थे चूंकि "झूमरा" विकल्प में नहीं है, इसलिए सही उत्तर है: एकताल।
आमिर खान ने किस फिल्म में गाया?
बैजू बावरा
जोधा अकबर
लैला मजनूं
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद आमिर खान ने 'बैजू बावरा' (1952) फिल्म में 'तोरी जय जय करतार' (राग मालकौंस) गाया था।
आमिर खान का जन्म कब और कहाँ?
15 अगस्त 1912, इंदौर
24 जून 1897, बड़ौदा
19 सितंबर 1936, महाराष्ट्र
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद आमिर खान का जन्म 15 अगस्त 1912 को इंदौर (मध्य प्रदेश) में हुआ था।
पं. ओंकारनाथ ठाकुर का जन्म कब और कहाँ?
15 अगस्त 1912, इंदौर
24 जून 1897, बड़ौदा
19 सितंबर 1936, महाराष्ट्र
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित ओंकारनाथ ठाकुर का जन्म 24 जून 1897 को बड़ौदा (गुजरात) के जहानगीरपुरा गाँव में हुआ था।
पं. ओंकारनाथ के शिष्य हैं—
प्रेमलता शर्मा
विनायक पटवर्धन
भूपेन हज़ारिका
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित ओंकारनाथ ठाकुर के शिष्यों में डॉ. प्रेमलता शर्मा प्रमुख हैं।
पं. ओंकारनाथ ठाकुर की मृत्यु कब हुई?
29 दिसंबर 1967
21 अगस्त 1931
19 सितंबर 1936
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित ओंकारनाथ ठाकुर की मृत्यु 29 दिसंबर 1967 को हुई थी।
पं. ओंकारनाथ ठाकुर का उपनाम?
प्रणवरंग
अनंगरंग
सबरंग
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित ओंकारनाथ ठाकुर का उपनाम 'प्रणवरंग' था।
पं. ओंकारनाथ ने किस ग्रंथ की रचना की?
प्रणव भारती
गीतांजलि
संगीतांजलि
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
पंडित ओंकारनाथ ठाकुर ने 'प्रणव भारती' और 'संगीतांजलि' (दो भाग) की रचना की।
पं. विनायक राव पटवर्धन का जन्म कब और कहाँ?
22 जुलाई 1998, महाराष्ट्र
22 जुलाई 1898, महाराष्ट्र
22 जुलाई 1900, महाराष्ट्र
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित विनायक राव पटवर्धन का जन्म 22 जुलाई 1898 को महाराष्ट्र में हुआ था।
पंडित विनायक राव पटवर्धन किसके शिष्य थे?
ओंकारनाथ ठाकुर
रवीन्द्रनाथ ठाकुर
भातखंडे
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
4
पंडित विनायक राव पटवर्धन पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर के शिष्य थे। (विकल्पों में से कोई नहीं)।
पंडित विनायक राव पटवर्धन किन राग के रचनाकार थे?
मालव
गांधारी
मालगुंजी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
पंडित विनायक राव पटवर्धन ने 'मालगुंजी' 'गांधारी' और 'मालव' जैसे कई रागों की रचना की।
पंडित विनायक राव पटवर्धन ने किस विद्यालय से शिक्षा ली?
गंधर्व महाविद्यालय, लाहौर
गंधर्व महाविद्यालय, मुंबई
मैरिस म्यूज़िक कॉलेज
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित विनायक राव पटवर्धन ने पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर के गंधर्व महाविद्यालय, मुंबई से शिक्षा ली थी।
पं. नारायणराव व्यास का जन्म कहाँ हुआ?
लाहौर
सूरत
मुंबई
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
पं. नारायणराव व्यास का जन्म कोल्हापुर, महाराष्ट्र में हुआ था।
नारायणराव व्यास किस घराने से थे?
इंदौर
ग्वालियर
आगरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित नारायणराव व्यास ग्वालियर घराने के गायक थे।
नारायणराव व्यास किसके शिष्य थे?
पलुस्कर
भातखंडे
रवीन्द्रनाथ ठाकुर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित नारायणराव व्यास पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर के शिष्य थे।
नारायणराव व्यास को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार किस वर्ष प्रदान किया गया ?
1971
1976
1954
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
पंडित नारायणराव व्यास को 1954 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
चिंतामणि रघुनाथ व्यास का जन्म कब और कहाँ?
1924, कोल्हापुर
1924, उस्मानाबाद
1924, जलालाबाद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित चिंतामणि रघुनाथ व्यास (सी.आर. व्यास) का जन्म 1924 में उस्मानाबाद (महाराष्ट्र) में हुआ था।
चिंतामणि रघुनाथ ने किस पुस्तक की रचना की?
रागदर्पण
रागविलास
रागतरंगणी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित सी.आर. व्यास ने 'रागविलास' नामक पुस्तक की रचना की, जिसमें अनेक रागों का वर्णन है।
चिंतामणि रघुनाथ ने बंदिश किस नाम से रची?
रामरंग
प्रेम-गुणिजन
प्राण पिया
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित सी.आर. व्यास ने अपनी बंदिशों के लिए 'प्रेम-गुणिजन' उपनाम का प्रयोग किया।
चिंतामणि रघुनाथ को किन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया?
पद्म भूषण
तानसेन पुरस्कार
महाराष्ट्र गौरव
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
पंडित सी.आर. व्यास को पद्म भूषण (1992), तानसेन पुरस्कार और महाराष्ट्र गौरव सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
“शंकर गंधर्व संगीत महाविद्यालय” किसने स्थापित किया?
चिंतामणि रघुनाथ
कृष्णराव शंकर पंडित
विष्णु नारायण भातखंडे
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
शंकर गंधर्व संगीत महाविद्यालय (ग्वालियर) की स्थापना पंडित कृष्णराव शंकर पंडित ने की थी।
कृष्णराव शंकर पंडित किसके शिष्य थे?
नाथू खान
निसार हुसैन खान
भातखंडे
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
पंडित कृष्णराव शंकर पंडित का प्रारंभिक संगीत प्रशिक्षण उनके पिता के साथ-साथ नाथू खान और निसार हुसैन खान की पिता-पुत्र जोड़ी के अधीन था और उन्होंने ख्याल , टप्पा , तराना और लयकारी गायन शैलियों की शिक्षा ली।
कृष्णराव शंकर पंडित किन गायन शैलियों में प्रवीण थे?
ख़याल
टप्पा
तराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
पंडित कृष्णराव शंकर पंडित ख़याल, टप्पा, तराना, और ठुमरी में प्रवीण थे।
कृष्णराव शंकर पंडित को किस विश्वविद्यालय ने डॉक्टरेट की उपाधि दी?
इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय
गंधर्व महाविद्यालय
आर्य संगीत महाविद्यालय
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित कृष्णराव शंकर पंडित को इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया था।
मल्लिकार्जुन मंसूर का जन्म कब और कहाँ?
1910, कर्नाटक
1860, बेलगाँव
1902, लाहौर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
मल्लिकार्जुन मंसूर का जन्म 1910 में धारवाड़ (कर्नाटक) में हुआ था।
मल्लिकार्जुन मंसूर किसके शिष्य थे?
विष्णु दिगंबर पलुस्कर
विष्णु नारायण भातखंडे
बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
मल्लिकार्जुन मंसूर बालकृष्ण बुआ इचलकरंजीकर के शिष्य थे।
मल्लिकार्जुन ने किस ग्रंथ की रचना की?
राग तत्व विवेचन
संगीतांजलि
नन्न रसयात्रे
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
पंडित मल्लिकार्जुन मंसूर ने अपनी आत्मकथा "रसयात्रा" की रचना की। मूल रूप से, यह आत्मकथा कन्नड़ भाषा में "नन्न रसयात्रे" (Nanna Rasayatre) नाम से लिखी गई थी। इसका हिंदी में "रसयात्रा" और अंग्रेजी में "My Journey in Music" (उनके पुत्र राजशेखर मंसूर द्वारा अनुवादित) नाम से अनुवाद किया गया है।।
मल्लिकार्जुन मंसूर को पद्म विभूषण कब मिला?
1971
1968
1992
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
मल्लिकार्जुन मंसूर को 1992 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
गंगूबाई हंगल का जन्म कब और कहाँ?
1913, धारवाड़
1912, इंदौर
1886, आगरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
गंगूबाई हंगल का जन्म 19 मार्च 1913 को धारवाड़ में हुआ था।
गंगूबाई हंगल किस घराने से?
ग्वालियर
फर्रुखाबाद
किराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
गंगूबाई हंगल किराना घराने की गायिका थीं।
गंगूबाई हंगल के गुरु कौन थे?
केसरबाई केरकर
कृष्णआचार्य हुंग्ल
अब्दुल करीम खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
गंगूबाई हंगल के संगीत गुरु कृष्णआचार्य हुंग्ल थे।
महिला गायिकाओं में मर्दाना आवाज़ की गायिका ?
सिन्धेश्वरी देवी
गंगूबाई हंगल
अंबा बाई
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
गंगूबाई हंगल अपनी मर्दाना (गहरी और दमदार) आवाज़ के लिए प्रसिद्ध थीं।
गंगूबाई हंगल को किन-किन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया?
पद्म भूषण
पद्म विभूषण
संगीत नाटक अकादमी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
गंगूबाई हंगल को पद्म भूषण (1971), पद्म विभूषण (2002) और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1973) सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
केसरबाई केरकर का जन्म स्थान—
गोवा, केरी गाँव
मुंबई, भील गाँव
उत्तर प्रदेश, अजराड़ा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
केसरबाई केरकर का जन्म 1892 में गोवा के केरी गाँव में हुआ था।
केसरबाई के गुरु कौन थे?
फ़ैयाज़ खान
पंडित पलुस्कर
अब्दुल करीम खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
केसरबाई केरकर किराना घराने के उस्ताद अब्दुल करीम खान की शिष्या थीं।
1953 में केसरबाई को कौन-सी उपाधि दी गयी?
ललित कला अकादमी
संगीत नाटक अकादमी
दादा साहब फाल्के
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
केसरबाई केरकर को 1953 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
रवीन्द्रनाथ टैगोर ने केसरबाई को किस उपाधि से सम्मानित किया?
सूरसंगम
सुर-शृंगारका
सुरश्री
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
रवीन्द्रनाथ टैगोर ने केसरबाई केरकर को "सूरश्री" (Surshri) की उपाधि से सम्मानित किया था। यह उपाधि (जिसका अर्थ "सुरों की रानी" या "उत्कृष्ट स्वर वाली" होता है) उन्हें 1938 में टैगोर द्वारा उनके गायन से अत्यधिक प्रभावित होने के बाद दी गई थी।
“जाट कह हो” किसकी रचना है?
केसरबाई केरकर
गंगूबाई हंगल
बेगम अख्तर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
4
"जाट कह हो" (Jaat Kah Ho) एक पारंपरिक रचना (Traditional composition) है, जिसका अर्थ है कि इसके मूल संगीतकार या गीतकार ज्ञात नहीं हैं। इस रचना को सबसे प्रसिद्ध केसरबाई केरकर ने गाया था, लेकिन उन्होंने इसकी रचना नहीं की थी। इसलिए, दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर है: E उपर्युक्त में से कोई नहीं
उस्ताद अब्दुल करीम खान का जन्म कब और कहाँ?
1872, किराना
1872, आगरा
1887, छपरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद अब्दुल करीम खान का जन्म 1872 में उत्तर प्रदेश के किराना गांव में हुआ था।
अब्दुल करीम खान किस घराने के संस्थापक माने जाते हैं?
किराना
आगरा
दरभंगा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद अब्दुल करीम खान किराना घराने के संस्थापक माने जाते हैं।
कौन गायक सारंगी के भी उस्ताद थे?
अलाउद्दीन खान
अब्दुल करीम खान
उस्ताद आमिर खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
उस्ताद अब्दुल करीम खान गायन के साथ सारंगी वादन में भी निपुण थे।
“पिया बिना नाहिं आवत चैन” किसकी बंदिश है?
फ़ैयाज़ खान
अब्दुल करीम खान
बड़े गुलाम अली खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
"पिया बिना नाहिं आवत चैन" उस्ताद अब्दुल करीम खान की प्रसिद्ध ठुमरी बंदिश है।
हीराबाई बाड़ोडकर का जन्म किस वर्ष हुआ?
1902
1905
1912
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
हीराबाई बाड़ोडकर का जन्म 1905 में हुआ था।
हीराबाई बाड़ोडकर किस घराने से थीं?
दिल्ली
बनारस
किराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
हीराबाई बाड़ोडकर किराना घराने की गायिका थीं।
हीराबाई के गुरु कौन थे?
जगन्नाथ बुआ पुरोहित
हनुमान प्रसाद मिश्र
अब्दुल वहीद खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
हीराबाई बाड़ोडकर के गुरु उस्ताद अब्दुल वहीद खान थे, जो किराना घराने के थे।
कौन ठुमरी गायिका हैं?
गंगूबाई हंगल
हीराबाई बाड़ोडकर
किशोरी अमोनकर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
हीराबाई बाड़ोडकर और किशोरी अमोनकर दोनों ने ठुमरी गायन किया है, और गंगूबाई हंगल ने भी कुछ हद तक ठुमरी गाई है, तो सही उत्तर होगा — "उपर्युक्त में से एक से अधिक"
“नूतन संगीत विद्यालय” के संस्थापक कौन?
पंडित रविशंकर
हीराबाई बाड़ोडकर
अब्दुल करीम खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
नूतन संगीत विद्यालय की स्थापना हीराबाई बाड़ोडकर ने की थी।
सुहासिनी कोरटकर का जन्म कहाँ?
कर्नाटक
महाराष्ट्र
राजस्थान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सुहासिनी कोरटकर का जन्म 1948 में महाराष्ट्र में हुआ था।
सुहासिनी कोरटकर के गुरु का नाम?
नियामत खान
पंडित त्र्यंबकराव जानोरीकर
जगन्नाथ बुवा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सुहासिनी कोरटकर के गुरु पंडित त्र्यंबकराव जानोरीकर थे। वे भेंडीबाजार घराने की एक प्रमुख गायिका थीं। उन्होंने ठुमरी की शिक्षा विदुषी नैना देवी से भी प्राप्त की थी।
“दिल चाहता है गाओ” किसकी रचना?
सिन्धेश्वरी देवी
सुहासिनी कोरटकर
किशोरी अमोनकर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
"दिल चाहता है गाओ" सुहासिनी कोरटकर की रचना है।
सुरमणि सम्मान किसे दिया गया?
गिरजा देवी
सुहासिनी कोरटकर
सविता देवी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सुहासिनी कोरटकर को 'सुरमणि' सम्मान से सम्मानित किया गया था।
पं. बड़े रामदास किस शैली के गायक हैं?
ठुमरी
ख़याल
तराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित बड़े रामदास मुख्य रूप से ख़याल शैली के गायक थे।
पं. बड़े रामदास का जन्म कहाँ हुआ?
इलाहाबाद
बनारस
बंगलुरु
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित बड़े रामदास का जन्म बनारस (वाराणसी) में हुआ था।
“दादरा चतुरंग” के रचनाकार?
हनुमान प्रसाद मिश्र
राजन–साजन मिश्र
बड़े रामदास
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
"दादरा चतुरंग" की रचना पंडित बड़े रामदास ने की थी।
सिन्धेश्वरी देवी का जन्म कब और कहाँ?
1908, बनारस
1925, बेलगाम
1897, जहांगीर ग्राम
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सिन्धेश्वरी देवी का जन्म 1908 में बनारस (वाराणसी) में हुआ था।
सिन्धेश्वरी देवी मुख्यतः किस शैली की गायिका थीं?
ख़याल
टप्पा
ठुमरी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
सिन्धेश्वरी देवी बनारस की प्रसिद्ध ठुमरी गायिका थीं।
सिन्धेश्वरी देवी के गुरु?
कंठे महाराज
रजब अली खान
अलादिया खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सिन्धेश्वरी देवी के गुरु रजब अली खान थे।
सिन्धेश्वरी देवी को 1966 में कौन-सा पुरस्कार मिला?
भारत रत्न
पद्म श्री
कालिदास सम्मान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सिन्धेश्वरी देवी को 1966 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
बेगम अख्तर के बचपन का नाम?
मनुबाई फैजाबादी
अख्तरी बाई फैजाबादी
शाह बानो फैजाबादी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
बेगम अख्तर के बचपन का नाम अख्तरी बाई फैजाबादी था।
बेगम अख्तर के गुरु का नाम?
मनुबाई फैजाबादी
अख्तरी बाई फैजाबादी
शाह बानो फैजाबादी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
4
अख्तरी बाई फैजाबादी खुद बेगम अख्तर का ही नाम था। शादी से पहले उन्हें इसी नाम से जाना जाता था। बेगम अख्तर ने कई गुरुओं से तालीम ली थी, जिनमें प्रमुख थे उस्ताद अता मोहम्मद खान (पटियाला घराना) और उस्ताद अब्दुल वाहिद खान (किराना घराना)।
“मल्लिका-ए-ग़ज़ल” किसे कहा जाता है?
बेगम अख्तर
गिरजा देवी
सतारा देवी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
बेगम अख्तर को 'मल्लिका-ए-ग़ज़ल' (ग़ज़ल की रानी) के नाम से जाना जाता है।
“जो छोना कोरचे आरी” किसने गाया?
बेगम अख्तर
गिरजा देवी
सतारा देवी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
जो छोना कोरचे आरी" (यह बंगाली गीत "জোছনা করেছে আড়ি" - 'ज्योत्सना कोरेछे आड़ी' का हिंदी लिप्यंतरण है) मूल रूप से बेगम अख्तर द्वारा गाया गया था। यह एक बेहद मशहूर बंगाली ठुमरी (या राग-प्रधान गीत) है, जिसे रबि गुहा मजुमदार (Robi Guha Mazumder) ने लिखा और संगीतबद्ध किया था। बेगम अख्तर की गायकी ने इस रचना को अमर बना दिया।
शोभा गुर्टू का जन्म कब और कहाँ?
1925, बेलगाम
1912, इंदौर
1924, बिलारी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
शोभा गुर्टू का जन्म 1925 में बेलगाम (कर्नाटक) में हुआ था।
शोभा गुर्टू का संबंध किस घराने से?
आगरा
जयपुर
किराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
शोभा गुर्टू को मुख्यतः जयपुर घराने से संबंधित है
शोभा गुर्टू के गुरु?
कादर बख्श
पंडित पलुस्कर
उस्ताद भुर्जी खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
शोभा गुर्टू के गुरुओं में उनकी माँ मेनकाबाई शिरोडकर, उस्ताद भुर्जी खान और उस्ताद घम्मन खान शामिल थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा उनकी माँ से हुई थी, जिन्होंने जयपूर-अतरौली घराने के उस्ताद अल्लादिया खान से प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद, उन्होंने उस्ताद भुर्जी खान से शास्त्रीय संगीत का औपचारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया और उस्ताद घम्मन खान से ठुमरी, दादरा और अन्य उप-शास्त्रीय शैलियाँ सीखीं।
“सैंयाँ रूठ गई” गीत किसने गाया?
गिरजा देवी
शोभा गुर्टू
कविता कृष्णमूर्ति
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
"सैंयाँ रूठ गई" शोभा गुर्टू का प्रसिद्ध ठुमरी गीत है।
थाट के संदर्भ में कौन सा कथन गलत है?
(i) थाट सदैव सम्पूर्ण होते हैं
(ii) इसमें सात स्वर का प्रयोग होता है
(iii) थाट से राग की उत्पत्ति होती है
(iv) इसमें वादी स्वर नहीं होते हैं
केवल i और ii
केवल ii और iii
केवल iv
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
(i) थाट सदैव संपूर्ण होते हैं: यह सही है। थाट की परिभाषा के अनुसार, उसमें सातों स्वरों (सा, रे, ग, म, प, ध, नि) का होना अनिवार्य है। (ii) इसमें सात स्वरों का प्रयोग होता है: यह सही है। (यह कथन (i) का ही दूसरा रूप है)। (iii) थाट से राग की उत्पत्ति होती है: यह सही है। भातखंडे जी द्वारा वर्गीकृत थाट-राग पद्धति का यह मूल सिद्धांत है कि थाट 'जनक' (parent scale) है और राग 'जन्य' (born from it) है। (iv) इसमें स वादी-संवादी माने जाते हैं: यह गलत है। थाट केवल एक सप्तक (scale) का ढांचा है। वादी (प्रमुख स्वर) और संवादी (दूसरा प्रमुख स्वर) राग के लक्षण होते हैं, थाट के नहीं। थाट का कोई भावात्मक या रंजनात्मक स्वरूप नहीं होता, इसलिए इसमें वादी-संवादी नहीं माने जाते।
गिरजा देवी की संगीत की शिक्षा किसकी देखरेख में हुई?
काशीराम
रामदास
सरजू प्रसाद मिश्र
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
गिरजा देवी की संगीत शिक्षा की शुरुआत सरजू प्रसाद मिश्र से हुई थी।
गिरजा देवी किस गायकी के लिए प्रसिद्ध हैं?
चैती
ठुमरी
कजरी
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
गिरजा देवी ठुमरी के लिए प्रसिद्ध थीं।
2016 में पद्म विभूषण किसे मिला?
सतारा देवी
गिरजा देवी
सिन्धेश्वरी देवी
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
गिरजा देवी को 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
सविता देवी का जन्म कब और कहाँ?
1942, इलाहाबाद
1941, आगरा
1940, बनारस
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
सविता देवी का जन्म 1940 में बनारस (वाराणसी) में हुआ था।
इनमें से किसने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से संगीत में स्नातकोत्तर किया?
गिरजा देवी
सविता देवी
बेगम अख्तर
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सविता देवी ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से संगीत में स्नातकोत्तर (MA) किया था।
इनमें से कौन कुशल सितारवादक भी हैं?
गिरजा देवी
सविता देवी
बेगम अख्तर
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
4
सविता देवी: प्रख्यात शास्त्रीय गायिका और ठुमरी साम्राज्ञी सिद्देश्वरी देवी की पुत्री, विदुषी सविता देवी मुख्य रूप से अपनी गायकी (ठुमरी, दादरा, कजरी) के लिए जानी जाती थीं। हालाँकि, उन्होंने पंडित रविशंकर जी से सितार वादन की विधिवत शिक्षा भी प्राप्त की थी।
गिरजा देवी: "ठुमरी की रानी" के रूप में विख्यात, गिरजा देवी जी एक विश्व प्रसिद्ध गायिका थीं, लेकिन वे सितार वादन के लिए नहीं जानी जातीं।
बेगम अख्तर: "मल्लिका-ए-ग़ज़ल" के नाम से मशहूर, बेगम अख्तर ग़ज़ल, दादरा और ठुमरी गायकी की एक महान हस्ती थीं। उन्होंने अपने जीवन के बाद के वर्षों में सितार सीखने की इच्छा व्यक्त की और कुछ समय सीखा भी, लेकिन वे एक "कुशल सितारवादक" के रूप में नहीं जानी जातीं।
मोघेबाई कुर्डिकर का जन्म कहाँ?
जबलपुर
गोवा
मुंबई
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1
मोघेबाई कुर्डिकर का जन्म 1914 में गोवा में हुआ था।
मोघेबाई के कथक गुरु कौन थे?
लियाराम लाल
लक्ष्मणराम लाल
लालमणि मिश्र
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0
मोघेबाई कुर्डिकर के कथक गुरु लियाराम लाल थे।
निम्न में से कौन “माई” उपनाम से शिष्यों में जानी जाती थीं?
अपूर्णा देवी
किशोरी अमोनकर
मोघेबाई कुर्डिकर
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2
मोघेबाई कुर्डिकर को उनके शिष्य 'माई' (माँ) के नाम से संबोधित करते थे।
किशोरी अमोनकर किस गायन शैली में पारंगत हैं?
ठुमरी
ख़याल
ध्रुपद
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1
किशोरी अमोनकर जयपुर-अतरौली घराने की प्रसिद्ध ख़याल गायिका थीं।
सम, ताली और खाली किसके अंतर्गत आते हैं?
क्रिया
यति
मार्ग
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0
सम, ताली और खाली ताल की क्रियाएं होती हैं।
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/
\u0905\u0938\u092B\u0932 (FAIL)
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✓ \u0938\u0924\u094D\u092F\u093E\u092A\u093F\u0924
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