STET, BPSC, NET संगीत प्रश्न संग्रह अभ्यास सेट 10
(कुल 80 प्रश्न)
टेस्ट शुरू करने से पहले हम आपसे आपका नाम और मोबाइल नंबर पूछते हैं। हम चाहते हैं कि आप साफ-साफ जानें कि हम यह जानकारी क्यों लेते हैं 👇
()
क्या आप टेस्ट देने के लिए तैयार हैं?
टूर्नामेंट नियम और नियम
नियम:
- प्रत्येक प्रश्न के लिए आपको पूर्वनिर्धारित समय सीमा के भीतर उत्तर देना होगा।
- एक बार उत्तर चुनने के बाद, आप इसे बदल नहीं सकते।
- टूर्नामेंट में आपके पास पूर्वनिर्धारित संख्या में प्रयास होंगे।
- उच्चतम स्कोर प्राप्त करने वाले प्रतिभागी विजेता होंगे।
- किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी की स्थिति में आपको टूर्नामेंट से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
नियम:
- टूर्नामेंट में कुल 2 प्रश्न होंगे।
- प्रत्येक सही उत्तर के लिए आपको 1 अंक मिलेगा।
- कोई नकारात्मक अंकन नहीं होगा।
- टूर्नामेंट समाप्त होने के बाद, परिणामों की घोषणा की जाएगी।
- विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में आमंत्रित किया जाएगा।
00:00
प्रश्न लोड हो रहा है...
0%
0
0
00:00
0%
| 2 | |
| 0 | |
| 00:00 |
Test provided by our education partner:
Test provided by our education partner:
Share Certificate
ऋग्वेद में गीत-प्रबंध आदि को क्या कहा जाता था?
स्त्रोत
गाथा
गंधर्व
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
ऋग्वेद में संगीत और गीत-प्रबंध के लिए 'गाथा' शब्द का प्रयोग होता था, जिसका अर्थ है 'गान' या 'गीत'। 'स्त्रोत' स्तुति के लिए प्रयोग होता था।
इनमें से किसे सामवेद का ‘उपवेद’ माना जाता है?
ऋग्वेद
गंधर्ववेद
अथर्ववेद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सामवेद का उपवेद 'गंधर्ववेद' को माना जाता है, जो संगीत, नृत्य और नाटक से संबंधित है।
सामवेद के किस भाग में ऋग्वेद की ऋचाओं का संग्रह मिलता है?
आर्चिक संहिता
गान संहिता
शाम संहिता
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सामवेद का वह भाग जिसमें ऋग्वेद की ऋचाओं का संग्रह है, उसे 'आर्चिक संहिता' कहते हैं।
साम-गान में क्या गेय होता था?
छन्द
धातु
पद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
साम-गान ऋचाओं (पद) को छंद के अनुसार गेय (गाने योग्य) बनाया जाता था।
साम-गान कितने गायकों द्वारा किया जाता था?
1
2
3
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
साम-गान तीन मुख्य गायकों द्वारा किया जाता था: उद्गाता, प्रस्तोता, और प्रतिहर्ता।
विलायत खान को आफताब ए सितार की उपाधि किसने दी थी?
फखरुद्दीन अहमद
निजामुद्दीन अहमद
इनायत खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
4
पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने विलायत खान को "आफताब-ए-सितार" (सितार का सूरज) की उपाधि दी थी। यह सम्मान पाने वाले वह एकमात्र सितार वादक थे।
फैयाज खान को आफताब ए मौसीकी की उपाधि किसने दी थी?
दरभंगा के राजा
मैसूर के राजा
रीवा के राजा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
मैसूर के महाराजा ने उस्ताद फ़ैयाज खान को "आफ़ताब-ए-मौसिकी" की उपाधि दी थी। इस उपाधि का अर्थ है "संगीत का सूर्य"।
एम० राजम का संबंध किस वाद्ययंत्र से है?
वायलिन
सारंगी
सितार
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
एम. राजम (एम.एस. गोपालकृष्णन) कर्नाटक संगीत के प्रसिद्ध वायलिन वादक थे।
अलाउद्दीन खान को शहनाई की शिक्षा किनसे से मिली थी?
नन्हें खां
मुन्ने खान
वजीर खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
उस्ताद अलाउद्दीन खान को शहनाई की शिक्षा मुन्ने खान से प्राप्त हुई थी।
अमीर खुसरो का जन्म कब हुआ था?
1256
1253
1260
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
अमीर खुसरो का जन्म 1253 ईस्वी में उत्तर प्रदेश के पटियाली गाँव में हुआ था।
अलंकार में कौन सा वर्ण प्राप्त होता है?
आरोही
अवरोही
संचारी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
अलंकार (पलटे) में आरोही, अवरोही वर्ण प्राप्त होता है।
मध्यमग्राम की कौन सी मूर्च्छना षड्ज से प्रारंभ होती है?
सौविरी
शुद्ध मध्यमा
उत्तरमंद्रा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
मध्यम ग्राम की मूर्च्छनाएँ शुद्ध मध्यमा से शुरू होती हैं।
मूर्च्छना किस पर आश्रित होते हैं -
थाट पर
राग पर
ग्राम पर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
प्राचीन संगीत पद्धति में, मूर्च्छना (स्वरों का आरोह-अवरोह) ग्रामों पर आश्रित होते थे (प्रत्येक ग्राम से 7 मूर्च्छनाएँ)।
किस ताल के सभी विभागों में मात्राओं की संख्या भिन्न-भिन्न होती है?
तीन ताल
चार ताल
धमार ताल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
धमार ताल के विभाग 5-2-3-4 मात्राओं के होते हैं, जिनमें मात्राओं की संख्या भिन्न-भिन्न होती है। (तीन ताल 4-4-4-4 और चार ताल 2-2-2-2-2-2 होता है)।
निसंक वीणा का वर्णन किस ग्रंथ में मिलता है?
संगीत रत्नाकर
संगीत मकरंद
बृहद्देशी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
निशंक वीणा का वर्णन संगीत रत्नाकर ग्रंथ में मिलता है, जिसे 13वीं शताब्दी में शारंगदेव द्वारा लिखा गया था। यह ग्रंथ भारतीय शास्त्रीय संगीत के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है और इसमें विभिन्न वाद्ययंत्रों का उल्लेख है।
म' प ध प म यह स्वर संगति किस राग को दर्शाती है?
पूर्वी
केदार
भीमपलासी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
म' प ध प म (म' = तीव्र मध्यम) राग केदार की एक विशिष्ट स्वर संगति है।
अहोबल ने अपने पुस्तक में इनमें से किसका चर्चा नहीं किया है?
गायन
नृत्य
वादन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित अहोबल का ग्रंथ 'संगीत पारिजात' मुख्य रूप से गायन और वादन (वीणा पर स्वर स्थापना) पर केंद्रित है, जिसमें नृत्य का वर्णन नहीं है।
सिंह भोपाल और केशव इनमें से किस ग्रंथ के टिकाकार हैं?
संगीत मकरंद
नाट्यशास्त्र
संगीत रत्नाकर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
सिंहभोपाल (या सिंहभूपाल) और केशव दोनों ही शारंगदेव कृत 'संगीत रत्नाकर' के प्रसिद्ध टीकाकार हैं।
आर्य संगीत विद्यालय की स्थापना अब्दुल करीम खान कहां की है?
लाहौर
कोलकाता
पुणे
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
उस्ताद अब्दुल करीम खान ने 'आर्य संगीत विद्यालय' की स्थापना मुंबई के निकट पुणे में की थी।
रे म प नि_ ध प म ग रे स्वर किस राग को प्रदर्शित करता है?
देस
काफी
भैरवी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
दिए गए स्वर रे म प नि_ ध प म ग रे स्वर देस राग को प्रदर्शित करता है।
भातखंडे ने 10 थाट पद्धति की स्थापना किसके आधार पर किया है?
संस्थान पद्धति
मेल पद्धति
मुकाम पद्धति
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
विष्णु नारायण भातखंडे ने 10 थाटों की अपनी वर्गीकरण पद्धति कर्नाटक संगीत के 'मेल पद्धति' (72 मेलकर्ता) के आधार पर स्थापित की।
मारिपुंगमात के लेखक कौन हैं?
राजा नवाब अली
मोहम्मद राजा
विनायक राव पटवर्धन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
'मारिफुंगमात' (या मआरिफ़-उन-नग़मात) के लेखक राजा नवाब अली है।
विवादी स्वर अंतराल का मान होता है?
दो श्रुति
तीन श्रुति
चार श्रुति
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
विवादी स्वर अंतराल का मान दो श्रुति होता है।
बड़ा ख्याल से संबंधित लय हैं?
द्रुत लय
मध्य लय
विलंबित लय
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
'बड़ा ख्याल' हमेशा विलंबित (धीमी) लय में गाया जाता है, ताकि राग का विस्तार किया जा सके।
लोक संगीत से किस राग का विकास माना गया है?
पहाड़ी
जय-जयवंती
बिलावल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
राग पहाड़ी को लोक संगीत (पहाड़ी क्षेत्र) से विकसित हुआ माना जाता है, जबकि अन्य राग शास्त्रीय नियमों पर अधिक आधारित हैं।
ग म प ग म रे सा स्वर संगति किस राग को प्रदर्शित करता है?
बिहाग
तोड़ी
खमाज
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
ग म प ग म रे सा स्वर संगति बिहाग राग को प्रदर्शित करता है।
वीणा के तारों की लंबाई के आधार पर स्वर स्थापना किस काल में की गई थी?
प्राचीन काल
मध्यकाल
आधुनिक काल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
वीणा के तार पर स्वरों की वैज्ञानिक स्थापना मध्यकाल (17वीं शताब्दी) में पंडित अहोबल ने अपने ग्रंथ 'संगीत पारिजात' में की थी।
आधुनिक काल में शुद्ध और विकृत स्वरों की संख्या क्रमशः है -
7 और 12
7 और 22
7 और 5
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
आधुनिक काल में 7 शुद्ध स्वर और 5 विकृत स्वर (4 कोमल, 1 तीव्र) माने जाते हैं।
सोहर का गायन किस अवसर पर किया जाता है?
जन्मोत्सव
गृह प्रवेश
शादी विवाह
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सोहर या सोहर गीत पुत्र के जन्म (जन्मोत्सव) के अवसर पर गाए जाने वाले पारंपरिक लोकगीत हैं।
गायन के लिए उपयोगी नाद को क्या कहा जाता है?
ग्राम
श्रुति
स्वर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
गायन में उपयोगी और निश्चित आंदोलन संख्या वाले नाद को 'स्वर' कहा जाता है। श्रुति भी उपयोगी नाद है, लेकिन स्वर सबसे सटीक है।
मतंग का उपनाम क्या है?
चैत्रिक
विष्णुगुप्त
निशंक
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
मतंग मुनि का उपनाम चैत्रिक है।
‘ग्राम’ और ‘राग’ शब्द का उल्लेख सर्वप्रथम किस ग्रंथ में हुआ?
संगीत रत्नाकर
वृहद्देशी
संगीत मकरंद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
मतंग मुनि कृत 'वृहद्देशी' (8वीं-9वीं शताब्दी) वह प्रथम ग्रंथ है, जिसमें 'राग' शब्द का स्पष्ट उल्लेख मिलता है।
लक्ष्मणराव पर्वतेकर का उपनाम क्या है?
चतुर पंडित
विष्णु शर्मा
लय-भास्कर खपरे/खपरू
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
प्रसिद्ध ताल वादक लक्ष्मणराव पर्वतेकर को उनकी लयकारी के ज्ञान के कारण 'लय-भास्कर' की उपाधि मिली थी।
‘ब्रह्म’ ताल में कितनी ‘खाली’ होती है?
10
14
4
उपर्र्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
ब्रह्म ताल (18 मात्रा, 9 विभाग) में 4 खाली (2, 6, 10, 14) और 5 ताली (1, 3, 5, 7, 12) होती हैं।
‘तिल्लाना’ को प्राचीन समय में क्या कहा जाता था?
व्रराना
स्तोभगान
उद्गाता
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
तिल्लाना को प्राचीन समय में स्तोभगान कहा जाता था।
‘शुद्ध सुहवी’ और ‘देसी सुहवी’ राग का उल्लेख किस ग्रंथ में मिलता है?
राजतरंगिणी
रागतरंगिणी
रागदर्पण
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
कवि लोचन कृत 'रागतरंगिणी' में 'शुद्ध सुहवी' और 'देसी सुहवी' जैसे रागों का उल्लेख मिलता है।
‘सुर-सिंगार संसद’ का आयोजन मुंबई में कब से हो रहा है?
1954
1952
1953
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
'सुर-सिंगार संसद' का आयोजन 1952 से मुंबई में हो रहा है। इसकी शुरुआत 16वीं शताब्दी के संत स्वामी हरिदास के सम्मान में सुर सिंगार संसद द्वारा की गई थी।
‘तानसेन संगीत सम्मेलन’ कहाँ आयोजित होता है?
जालंधर
बनारस
ग्वालियर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
प्रसिद्ध 'तानसेन संगीत समारोह' का आयोजन प्रतिवर्ष उनके गृहनगर (या कर्मभूमि) ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में होता है।
आधुनिक भारत में शास्त्रीय संगीत के पुनर्जागरण का अग्रदूत किसे माना जाता है?
भातखंडे
तानसेन
अमीर खुसरो
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
विष्णु नारायण भातखंडे को उनके थाट वर्गीकरण, शिक्षा और ग्रंथों के कारण आधुनिक भारत में शास्त्रीय संगीत के पुनर्जागरण का अग्रदूत माना जाता है।
संगीत पर प्रथम आधुनिक टीका लिखने का श्रेय किसे?
भातखंडे
ओंकारनाथ ठाकुर
आचार्य बृहस्पति
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित भातखंडे को प्राचीन ग्रंथों पर आधारित आधुनिक व्याख्या (टीका) लिखने का श्रेय दिया जाता है।
भातखंडे की स्मृति में किस विश्वविद्यालय द्वारा संगीत सम्मेलन आयोजित होता है?
प्रयाग संगीत समिति, प्रयागराज
प्राचीन कला केन्द्र, चंडीगढ़
इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
4
भातखंडे की स्मृति में भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय (Bhatkhande Sanskriti Vishwavidyalaya) द्वारा संगीत सम्मेलन आयोजित किया जाता है। यह विश्वविद्यालय लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित है और भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और मंचीय कलाओं के संरक्षण व संवर्धन के लिए समर्पित है।
‘हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन’ प्रति वर्ष किस माह में होता है?
जनवरी
दिसंबर
जुलाई
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन (जालंधर) का आयोजन प्रतिवर्ष दिसंबर माह में होता है।
कुदऊ सिंह किसके दरबारी थे?
दौलतराव सिंधिया
आसफ़-उद्दौला
रानी लक्ष्मीबाई
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
4
कुदऊ सिंह (Kunwar Shyam Singh/Choudhari Kudu Singh) भारत में पखावज वादन के एक महान कलाकार थे।
वे मुख्य रूप से दतिया रियासत (Datia State) के राजा भगत सिंह जू देव के दरबारी संगीतज्ञ थे। दतिया रियासत वर्तमान में मध्य प्रदेश राज्य में स्थित थी। कुदऊ सिंह पखावज की दतिया परम्परा (Datia Gharana) या दतिया बाज के संस्थापक माने जाते हैं।
‘कुदऊ सिंह संगीत समारोह’ कहाँ आयोजित होता है?
दतिया
अजमेर
मथुरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पखावज वादक कुदऊ सिंह के नाम पर संगीत समारोह का आयोजन दतिया (मध्य प्रदेश) में होता है।
‘दुर्लभ वाद्य-विनोद’ समारोह का आयोजन कहाँ होता है?
पटना
ग्वालियर
भोपाल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
'दुर्लभ वाद्य-विनोद’ समारोह का आयोजन मुख्य रूप से भोपाल में होता है। यह समारोह मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग के अंतर्गत उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी द्वारा आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय संगीत के दुर्लभ और अप्रचलित वाद्य यंत्रों (Rare and Obsolete Instruments) के वादन और कलाकारों को मंच प्रदान करना है।
‘ध्रुपद समारोह’ का बनारस में प्रथम आयोजन कब हुआ?
1956
1975
1980
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
‘ध्रुपद समारोह’ (Dhrupad Samaroh) का बनारस (वाराणसी) में प्रथम आयोजन 1975 में हुआ था।
यह समारोह ध्रुपद मेला (Dhrupad Mela) के नाम से प्रसिद्ध है और इसका आयोजन प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर तुलसी घाट, वाराणसी पर किया जाता है। इसकी शुरुआत स्व. विभूति नारायण सिंह और महंत स्वर्गीय वीरभद्र मिश्र ने 1975 में प्रारंभ किया था.
मनोज बाजपेयी को पद्मश्री कब मिला?
2019
2011
2020
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
अभिनेता मनोज बाजपेयी को 2019 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
भारत सरकार ने ‘अंतरराष्ट्रीय टैगोर पुरस्कार’ की घोषणा किस वर्ष की?
2014
2011
2007
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
भारत सरकार ने 2011 में रवीन्द्रनाथ टैगोर की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 'अंतरराष्ट्रीय टैगोर पुरस्कार' (International Tagore Award) की घोषणा की।
पंडित रविशंकर को ‘ग्रैमी’ पुरस्कार से कब सम्मानित किया गया?
1972
1991
1981
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित रविशंकर को 1968, 1973, 2002, 2013 (मरणोपरांत) में ग्रैमी पुरस्कार मिला था। 1972 ग्रैमी समारोह में उन्हें 1973 में सम्मानित किया गया था।
ज़ुबिन मेहता को ‘ग्रैमी’ पुरस्कार कब मिला?
1972
1991
1982
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
प्रसिद्ध कंडक्टर ज़ुबिन मेहता को 1982 में पहला ग्रैमी पुरस्कार मिला था, जिसके बाद उन्होंने और पुरस्कार जीते।
संगीत के क्षेत्र में भारत रत्न कितने कलाकारों को मिला है?
6
7
8
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
संगीत के क्षेत्र में अब तक छह कलाकारों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है: एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी, पंडित रविशंकर, लता मंगेशकर, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, पंडित भीमसेन जोशी और भूपेन हजारिका।
गिरिजा देवी का जन्म कहाँ?
काशी
इलाहाबाद
बरेली
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
ठुमरी साम्राज्ञी गिरिजा देवी का जन्म वाराणसी (काशी), उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनका जन्म 8 मई 1929 को हुआ था और वह बनारस घराने की एक प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका थीं।
‘जमजमा’ किस वाद्य पर बजाया जाता है?
तबला
बांसुरी
सितार
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
'जमजमा' सितार वादन का एक प्रकार है, जिसका प्रयोग द्रुत तानों और गति को दर्शाने के लिए होता है।
सा म प स्वर कहलाते हैं?
मेजर टोन
माइनर टोन
सेमी टोन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सा (षड्ज), म (मध्यम), और प (पंचम) मेजर टोन कहलाते हैं।
रे ध स्वर को क्या कहा जाता है -
मेजर टोन
माइनर टोन
सेमी टोन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
रे (ऋषभ) और ध (धैवत) माइनर टोन हैं।
ग और नि की कितनी श्रुतियां है -
2
3
4
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
गांधार (ग) और निषाद (नि) दोनों की 2-2 श्रुतियां मानी गई हैं।
मेजर टोन में कितने सेंट्स होते हैं?
204
182
112
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
मेजर टोन (बड़ा स्वर) में लगभग 204 सेंट्स होते हैं।
182 सेंट्स वाला टोन क्या कहलाता है?
सेमी टोन
माइनर टोन
मेजर टोन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
माइनर टोन (छोटा स्वर) में लगभग 182 सेंट्स होते हैं।
सेमी टोन वाले स्वर कितने सेंट के होते हैं?
112
240
512
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सेमी टोन (अर्द्ध-स्वर) में लगभग 112 सेंट्स होते हैं।
मेजर टोन को क्या कहा जाता है?
गुरु स्वर
लघु स्वर
अर्ध स्वर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
मेजर टोन (बड़ा स्वर) को 'गुरु स्वर' कहा जाता है।
माइनर टोन को क्या कहा जाता है?
गुरु स्वर
लघु स्वर
अर्ध स्वर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
माइनर टोन (छोटा स्वर) को 'लघु स्वर' कहा जाता है।
सेमी टोन को किस नाम से जानते हैं?
गुरु स्वर
लघु स्वर
अर्ध स्वर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
सेमी टोन (अर्द्ध-स्वर) को 'अर्ध स्वर' कहा जाता है।
म्यूज शब्द का अर्थ है -
ताल के 10 प्राण से
गीत की उत्पत्तिकर्ता से
गान की प्रेरक देवी से
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
'म्यूज' (Muses) यूनानी पौराणिक कथाओं में कला, विज्ञान और साहित्य की प्रेरक देवियाँ थीं, विशेष रूप से 'गान की प्रेरक देवी'।
मार्गी संगीत का उल्लेख इनमें से पहले किस विद्वान ने किया है?
भरत मुनि
मतंग मुनि
नारद मुनि
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
मार्गी संगीत का प्रथम विस्तृत उल्लेख भरत मुनि ने अपने ग्रंथ 'नाट्यशास्त्र' में किया है, जिसे 'मार्ग' (शास्त्रीय/नियमबद्ध) कहा गया है।
सारंग देव ने मार्ग तालों की संख्या कितनी बताई है?
125
120
5
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
शारंगदेव ने 'संगीत रत्नाकर' में 5 मार्ग तालों (चच्चत्पुट, चाचपुट, षट्पितापुत्रक, संपकवेष्टक, उद्घट्ट) का वर्णन किया है।
षड्ज स्वर की उत्पत्ति छः स्थानों से होती है ऐसा किसने बताया?
सारंग देव
पार्श्वदेव
नारद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
षड्ज स्वर (सा) की उत्पत्ति के लिए छः स्थानों (शरीर के छह अंग) का उल्लेख पार्श्वदेव ने किया है।
वाद्यों के किस वर्ग को स्वर प्रधान माना जाता है?
तत् और शुषिर
शुषिर और घन
अवनद्ध और घन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
तत् (तार वाले, जैसे वीणा, सितार) और शुषिर (फूँक वाले, जैसे बांसुरी, शहनाई) वाद्य स्वर-प्रधान माने जाते हैं, जबकि अवनद्ध (तबला, मृदंग) और घन (घुंघरू, करताल) ताल-प्रधान माने जाते हैं।
वाद्य वर्गीकरण के अनुसार 'चेली वाद्य' वाद्य वर्गीकरण के किस वर्ग में आता है?
घन
तत्
शुषिर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
वाद्य वर्गीकरण में 'चेली वाद्य' जैसा कोई प्रमुख वर्ग नहीं है। (चेली वीणा एक प्रकार की वीणा है, अतः तत् वाद्य है)।
रामायण काल में वाद्यों के लिए किसका प्रयोग किया जाता था?
तुर्य
अतोद्य
नाष्ठी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
रामायण काल में 'अतोद्य' शब्द का प्रयोग वाद्यों के समूह के लिए किया जाता था।
भरत ने नाट्यशास्त्र के किस अध्याय में मार्गी तालों का वर्णन किया है?
31वाँ
28वाँ
30वाँ
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
भरत मुनि ने नाट्यशास्त्र के 31वें अध्याय में मार्गी तालों (आद्य-ताल) का विस्तृत वर्णन किया है।
मार्गी तालों के अंतर्गत किस अंगों का प्रयोग किया जाता है?
अणुद्रुत
द्रुत
लघु
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
मार्गी तालों में अणुद्रुत (1/4 मात्रा), द्रुत (1/2 मात्रा) और लघु (1 मात्रा) तीनों अंगों का प्रयोग किया जाता है।
संगीत रत्नाकर में कितने देसी तालों का वर्णन मिलता है?
204
120
125
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
शारंगदेव ने 'संगीत रत्नाकर' में 120 देसी तालों (क्षेत्रीय तालों) का वर्णन किया है।
जाति की उत्पत्ति कितने ग्रामों से होती है?
2
4
3
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
भरत के अनुसार, 18 जातियों की उत्पत्ति षड्ज ग्राम और मध्यम ग्राम (2 प्रमुख ग्राम) से हुई थी। (गांधार ग्राम अप्रचलित था)।
शुद्ध जातियों के लक्षणों में परिवर्तन से .......... जातियों की रचना होती है।
मार्गी
विकृत
स्फूरित
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
7 शुद्ध जातियों के लक्षणों में परिवर्तन (विकृत स्वरों का प्रयोग) से 11 विकृत जातियों की रचना होती है।
षाड्जी और गंधारी को मिलने से कौन सी विकृत जाति की उत्पत्ति होती है?
षड्ज कौशिकी
आंध्री जाति
गंधारोदिय्यवा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
षाड्जी (शुद्ध जाति) और गंधारी (शुद्ध जाति) के मेल से 'षड्ज कौशिकी' विकृत जाति की उत्पत्ति होती है।
गांधारी और आर्षभी को मिलने से किस विकृत जाति का उत्पत्ति होता है?
षड्ज कौशिकी
आंध्री जाति
गंधारोदिय्यवा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
गांधारी (शुद्ध जाति) और आर्षभी (शुद्ध जाति) के मेल से 'आंध्री जाति' की उत्पत्ति होती है।
विद्वानों के अनुसार राग गायन से पहले किसका प्रचार था?
थाट गायन
जाति गायन
ग्राम गायन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
रागों के विकास से पहले, प्राचीन संगीत का आधार 'जाति गायन' था, जो ग्राम और मूर्च्छना पर आधारित था।
जावली में किस रस की प्रधानता होती है?
श्रृंगार और भक्ति
अद्भुत और वीभत्स
श्रृंगार और करूण
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
जावली (कर्नाटक संगीत) में मुख्य रूप से शृंगार रस और करुण रस की प्रधानता होती है।
कृति का शाब्दिक अर्थ होता है -
लांघना
चमकना
संरचना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
कृति का शाब्दिक अर्थ है 'रचना', 'कृति' या 'संरचना'।
कृति में किस रस की प्रधानता होती है?
श्रृंगार, भक्ति और करूण
वीर रौद्र और अद्भुत
हास्य और वात्सल्य
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
कृति (कर्नाटक संगीत) में मुख्य रूप से भक्ति रस, शृंगार रस और करुण रस की प्रधानता होती है।
\u0935\u093E\u0939! \u0906\u092A\u0928\u0947 \u0915\u092E\u093E\u0932 \u0915\u0930 \u0926\u093F\u092F\u093E!
\u092C\u0939\u0941\u0924 \u092C\u0922\u093C\u093F\u092F\u093E! \u0925\u094B\u0921\u093C\u093E \u0914\u0930 \u092E\u0947\u0939\u0928\u0924 \u0906\u092A\u0915\u094B \u0938\u0930\u094D\u0935\u0936\u094D\u0920 \u092C\u0928\u093E \u0938\u0915\u0924\u093E \u0939\u0948!
\u092C\u0939\u0941\u0924 \u0916\u093C\u0930\u093E\u092C \u092A\u0930\u092B\u0949\u0930\u092E\u0947\u0902\u0938! \u0925\u094B\u0921\u093C\u093E \u0914\u0930 \u091F\u094D\u0930\u093E\u0908 \u0915\u0930\u094B!
\u0915\u094B\u0908 \u092C\u093E\u0924 \u0928\u0939\u0940\u0902! \u0926\u094B\u092C\u093E\u0930\u093E \u0915\u094B\u0936\u093F\u0936 \u0915\u0930\u094B \uD83D\uDE0A
\u0938\u093E\u092E\u093E\u0928\u094D\u092F \u091C\u094D\u091E\u093E\u0928 \u0914\u0930 \u0917\u0923\u093F\u0924 \u0915\u094D\u0935\u093F\u091C\u093C
\u092A\u093F\u091B\u0932\u093E
\u0905\u0917\u0932\u093E
\u0938\u092E\u093E\u092A\u094D\u0924
\u092A\u094D\u0930\u0936\u094D\u0928
\u0938\u0939\u0940 \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930
\u0917\u0932\u0924 \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930
\u0938\u092E\u092F \u0932\u0917\u093E
\u0909\u0924\u094D\u0924\u0930 \u0938\u092E\u0940\u0915\u094D\u0937\u093E \u0926\u0947\u0916\u0947\u0902
\u0938\u092E\u0940\u0915\u094D\u0937\u093E \u091B\u093F\u092A\u093E\u090F\u0902
\u0909\u0924\u094D\u0924\u0930 \u0938\u092E\u0940\u0915\u094D\u0937\u093E \u0938\u0942\u091A\u0940
\u092A\u094D\u0930\u092E\u093E\u0923 \u092A\u0924\u094D\u0930 \u0926\u0947\u0916\u0947\u0902
\u092A\u0941\u0928\u0903 \u0936\u0941\u0930\u0942 \u0915\u0930\u0947\u0902
\u0915\u094D\u0935\u093F\u091C\u093C \u092A\u0942\u0930\u094D\u0923!
\u092A\u094D\u0930\u092E\u093E\u0923 \u092A\u0924\u094D\u0930
\u0938\u092B\u0932\u0924\u093E\u092A\u0942\u0930\u094D\u0935\u0915 \u092A\u0942\u0930\u094D\u0923 \u0915\u0930\u0928\u0947 \u0915\u0947 \u0932\u093F\u090F
\u0938\u0924\u094D\u092F\u093E\u092A\u093F\u0924 \u092A\u094D\u0930\u092E\u093E\u0923 \u092A\u0924\u094D\u0930
\u0938\u094D\u0915\u094B\u0930
\u0915\u0941\u0932 \u092A\u094D\u0930\u0936\u094D\u0928
\u0938\u0939\u0940 \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930
\u0932\u093F\u092F\u093E \u0917\u092F\u093E \u0938\u092E\u092F
\u092A\u0930\u093F\u0923\u093E\u092E \u092A\u0930 \u0935\u093E\u092A\u0938 \u091C\u093E\u090F\u0902
\u0938\u0939\u0940!
\u0917\u0932\u0924!
\u0906\u092A\u0915\u093E \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930:
\u0909\u0924\u094D\u0924\u0930 \u0928\u0939\u0940\u0902 \u0926\u093F\u092F\u093E \u0917\u092F\u093E
\u0938\u0939\u0940 \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930:
\u0938\u094D\u092A\u0937\u094D\u091F\u0940\u0915\u0930\u0923:
\u0906\u092A\u0915\u093E \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930 \u0917\u0932\u0924 \u0925\u093E\u0964 \u0938\u0939\u0940 \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930:
\u092A\u094D\u0930\u0936\u094D\u0928
/
\u0905\u0938\u092B\u0932 (FAIL)
\u0909\u0924\u094D\u0924\u0940\u0930\u094D\u0923 (PASS)
\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOP)
\u0938\u0930\u094D\u0935\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOPPER)
✓ \u0938\u0924\u094D\u092F\u093E\u092A\u093F\u0924
\u0917\u094D\u0930\u0947\u0921\u093F\u0902\u0917 \u092E\u093E\u0928\u0926\u0902\u0921
\u0938\u0930\u094D\u0935\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOPPER)
\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOP)
\u0938\u092B\u0932 (PASS)
\u0905\u0938\u092B\u0932 (FAIL)