STET EXAM 2023 11-Sept-2023 (Class 11th - 12th)
(कुल 100 प्रश्न)
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नियम:
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- विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में आमंत्रित किया जाएगा।
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संगीत का प्राण किसे माना जाता है?
श्रुति
स्वर
नाद
लय
3
लय को संगीत का प्राण या आत्मा माना जाता है, क्योंकि लय के बिना गायन, वादन या नृत्य संभव नहीं है।
मूर्छना कितने प्रकार के होते हैं?
4
5
6
3
0
प्राचीन संगीत ग्रंथों में प्रत्येक ग्राम (षड्ज ग्राम और मध्यम ग्राम) की सात-सात मूर्छनाएं मानी गई हैं। कई आधुनिक वर्गीकरणों में मूर्छना को चार भागों में बांटा गया है।
अल्पत्व शब्द से क्या अभिप्राय है?
अधिक प्रयोग
अल्प प्रयोग
वक्र प्रयोग
वर्जित
1
‘अल्पत्व’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है 'कम प्रयोग' या अल्प प्रयोग।
22 श्रुतियों में से एक का नाम क्या है?
कुमुदूती
प्रथमा
पंचमा
मध्यमा
0
कुमुदूती (Kumuduti) 22 श्रुतियों में से एक है, जो दूसरी श्रुति है।
गीति को मुख्य कितने भागों में बाँटा गया है?
2
4
5
3
2
प्राचीन संगीत में पाँच गीतियाँ (शुद्धा, भिन्ना, गौड़ी, वेसरा, साधारण) प्रचलित थीं, लेकिन इसे दो मुख्य प्रकारों (ध्रुवा और अनिबद्ध) में भी विभाजित किया जाता था।
72 मेलकर्त्ता सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया?
वेंकटमखी
अहोबल
भातखण्डे
शारंगदेव
0
कर्नाटक संगीत में 72 मेलकर्त्ता (थाट) पद्धति का सिद्धांत वेंकटमखी (Venkatamakhi) ने 'चतुर्दण्डी प्रकाशिका' ग्रंथ में प्रतिपादित किया।
सातवीं श्रुति पर कौन-सा स्वर है?
धैवत
गांधार
ऋषभ
निषाद
2
भरत/शारंगदेव के मतानुसार, शुद्ध ऋषभ (रे) सातवीं श्रुति (संदीपनी) पर स्थापित है।
नारायण मोरेश्वर खरे द्वारा कितने रागों का उल्लेख मिलता है?
तीस
बीस
पचीस
पैंतीस
0
श्री नारायण मोरेश्वर खरे ने 30 रागांगों (रागों के अंग) पर आधारित राग वर्गीकरण पद्धति की स्थापना की।
राग की परिभाषा सर्वप्रथम किस ग्रंथ में आयी?
वृहदेशी
नाट्यशास्त्र
संगीत रत्नाकर
संगीत पारिजात
0
मतंग मुनि कृत 'बृहद्देशी' (9वीं शताब्दी) में 'राग' शब्द की सर्वप्रथम व्यवस्थित परिभाषा और वर्गीकरण किया गया।
षड्ज–पंचम भाव कितने श्रुत्यन्तर होता है?
13
12
9
8
0
शुद्ध षड्ज (सा) और शुद्ध पंचम (प) के बीच 13 श्रुतियों का अंतर होता है।
मेलापक शब्द किससे संबंधित है?
प्रबन्ध
धमार
ध्रुवपद
बाऊल
0
मेलापक (Melapaka) मध्यकालीन 'प्रबंध' रचना के छह अंगों (धातुओं) में से एक है।
गीत एवं आलाप के छोटे खण्ड को क्या कहते हैं?
रूपकालप्ति
विदारी
स्थायी
मातु
0
रूपकालप्ति (रूपक आलाप) आलाप का वह प्रकार है जिसमें गीत के छोटे खण्डों या 'विदारियों' के साथ राग का विस्तार किया जाता है।
निबद्ध गान की कितनी संज्ञाएँ हैं?
3
4
5
2
1
निबद्ध गान (जो ताल और शब्द से बंधा हो) की संज्ञाएँ मध्यकाल में चार थीं: प्रबंध, वस्तु, रूपक, और कुछ विद्वानों के अनुसार अन्य।
कौन-सा अनिबद्ध गान है?
प्रबंध
वस्तु
रागालाप
ठुमरी
2
रागालाप (आलाप) ताल रहित होता है, इसलिए यह अनिबद्ध गान की श्रेणी में आता है।
ख्याल गायकों के प्रचारक कौन थे?
सदारंग
अदारंग
रंगाले
A और B दोनों
3
सदारंग और अदारंग (मुहम्मद शाह रंगीले के दरबारी गायक) ने खयाल गायन को लोकप्रिय बनाने और प्रचार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
फैयाज खाँ किस घराने के संगीतज्ञ थे?
आगरा
पंजाब
किराना
जयपुर
0
उस्ताद फैयाज खाँ आगरा घराने के प्रमुख गायक थे।
कृष्णराव शंकर पंडित किस घराने से संबंधित हैं?
ग्वालियर
आगरा
किराना
जयपुर
0
पं. कृष्णराव शंकर पंडित (K. S. Pandit) ग्वालियर घराने के महान गायक थे।
संगीत किसे कहते हैं?
गायन
वादन
नृत्य
तीनों के मिश्रण को
3
भारतीय परिभाषा के अनुसार, "गीतं वाद्यं तथा नृत्यं त्रयं संगीतमुच्यते" अर्थात् गायन, वादन और नृत्य के मिश्रण को संगीत कहते हैं।
शब्द और स्वर दोनों की उत्पत्ति किससे मानी गई है?
नाद
ओम
स्वर
पृथ्वी
1
भारतीय दर्शन में 'ओम्' (प्रणव) को आदि नाद या ब्रह्म माना गया है, जिससे शब्द और स्वर दोनों की उत्पत्ति मानी जाती है।
साम में मुख्य गायक को क्या कहा जाता था?
प्रतिहर्त्ता
उद्गाता
प्रस्तोता
ये सभी
1
सामवेद के गायन (सामगान) में प्रमुख गायक को 'उद्गाता' कहा जाता था।
उत्तरी व दक्षिण दोनों संगीत पद्धतियों का प्रमाणिक ग्रंथ कौन-सा है?
नाट्यशास्त्र
चतुर्दण्डी प्रकाशिका
अनूप संगीत विलास
संगीत रत्नाकर
0
भरत मुनि कृत 'नाट्यशास्त्र' सबसे प्राचीन और मूल ग्रंथ है, जो उत्तरी और दक्षिणी दोनों संगीत पद्धतियों का आधार माना जाता है।
कर्नाटक संगीत में ‘जावली’ हिन्दुस्तानी संगीत की किस विधा से संबंधित है?
धमार
टप्पा
ठुमरी
ध्रुवपद
2
कर्नाटक संगीत की जावली उपशास्त्रीय रचना है, जो हिंदुस्तानी संगीत की ठुमरी के समान भावप्रधान और शृंगार रस से भरी होती है।
कर्नाटक संगीत में रागों के स्वर किससे युक्त होते हैं?
गमक
भीड़
कण
विलम्बित
0
कर्नाटक संगीत में रागों के सौंदर्य के लिए 'गमक' (स्वरों का कंपन या आंदोलन) का प्रयोग अत्यधिक आवश्यक है।
निम्नलिखित में से कौन-सा राग दक्षिण पद्धति का है?
भूपाली
मालकौश
किरवाणी
रामकली
2
किरवाणी कर्नाटक संगीत में 21वें मेलकर्त्ता का नाम है। (भूपाली, मालकौश और रामकली हिंदुस्तानी राग हैं)।
गाने की क्रिया को क्या कहते हैं?
वर्ण
अलंकार
गमक
आलाप
3
आलाप राग के स्वरों का विस्तार या गाने की वह क्रिया है जिसमें राग के स्वरूप को धीरे-धीरे विस्तार दिया जाता है।
राग भूपाली का वादी स्वर कौन-सा है?
रे
ग
प
ध
1
राग भूपाली का वादी स्वर गांधार (ग) और संवादी स्वर धैवत (ध) है।
संगीत में कितने शुद्ध स्वर होते हैं?
7
10
8
15
0
संगीत में 7 शुद्ध स्वर (सा, रे, ग, म, प, ध, नि) होते हैं।
शहनाई है—
तत् वाद्य
अवनद्ध
धन
सुषिर
3
शहनाई एक फूंक से बजने वाला वाद्य है, इसलिए यह सुषिर वाद्य (वायु उपकरण) की श्रेणी में आता है।
वीणा का प्रकार है—
नकुली
महावज
उर्दूह
काहला
0
नकुली (Nakuli) प्राचीनकाल में प्रचलित वीणा के प्रकारों में से एक है।
सरोद किससे बजाया जाता है?
गज
भिजराव
जवा
लोहे की तार
2
सरोद को 'जवा' (Plectrum) नामक उपकरण से बजाया जाता है।
हार्मनी का अर्थ क्या है?
क्रमिक स्वरों का वादन
संवाद स्वरों का वादन
ऑर्केस्ट्रा
लयकारों
1
हार्मनी (Harmony) का अर्थ है एक साथ बजने वाले दो या दो से अधिक संवाद स्वरों का वादन।
जब कोई स्वर एक सेमीटोन नीचे हो, तो उसे क्या कहेंगे?
फ्लैट
शार्प
चिन्हू
टाई
0
पाश्चात्य संगीत में जब कोई स्वर एक सेमीटोन (आधा स्वर) नीचे होता है, तो उसे 'फ्लैट' (Flat - b) कहते हैं।
स्त्रियों की गायन सीमा कौन-सी है?
वास
अल्टो
टेनर
बेरीटोन
1
पाश्चात्य संगीत में स्त्रियों की गायन सीमा में अल्टो (Alto) और सोप्रानो (Soprano) मुख्य हैं। अल्टो मध्यम-नीची रेंज है।
उस्ताद अलाउद्दीन ख़ाँ ने मैहर वाद्यवृन्द के लिए कितनी रचनाएँ कीं?
200
240
250
300
1
उस्ताद अलाउद्दीन खाँ ने मैहर वाद्यवृन्द (Maihar Band) के लिए बड़ी संख्या में (लगभग 240) रचनाएँ कीं।
पं. भातखण्डे को किस उपनाम से जाना जाता है?
सुरंग
भनरंग
चतुरपंडित
सदारंग
2
पं. विष्णु नारायण भातखण्डे अपना उपनाम 'चतुर पंडित' प्रयोग करते थे।
पंडित ओंकारनाथ ठाकुर का जन्म कब और कहाँ हुआ?
24 जून 1937, बड़ौदा
24 जून 1897, गुजरात
24 जून 1937, राजस्थान
24 जून 1937, महाराष्ट्र
1
पं. ओंकारनाथ ठाकुर का जन्म 24 जून 1897 को गुजरात राज्य के भरूच जिले में हुआ था।
दशविध ग्राम राग वर्गीकरण का उल्लेख मिलता है—
नाट्यशास्त्र
संगीत मकरंद
बृहद्देशी
संगीत रत्नाकर
3
दसविध ग्राम राग का उल्लेख संगीत रत्नाकर नामक ग्रंथ में मिलता है, जहाँ पंडित सारंगदेव ने समस्त रागों को १० भागों में वर्गीकृत किया है, जिसमें ग्राम राग भी शामिल है। हालांकि, प्राचीन ग्रंथों में, जैसे मार्कंडेय पुराण या कुटिमियामलाई शिलालेख, षडज ग्राम और मध्यम ग्राम का उल्लेख मिलता है, जो ग्राम राग की अवधारणा की प्राचीनता को दर्शाता है।
लोचन द्वारा रचित ग्रंथ का क्या नाम है?
रागतरंगिणी
रागतत्त्वविबोध
रागमाला
सद्रागचन्द्रोदयन
0
लोचन कवि द्वारा रचित प्रसिद्ध ग्रंथ का नाम 'रागतरंगिणी' है।
संगीत रत्नाकर ग्रंथ किस शताब्दी में लिखा गया?
9वीं शताब्दी
11वीं शताब्दी
13वीं शताब्दी
15वीं शताब्दी
2
शारंगदेव कृत 'संगीत रत्नाकर' ग्रंथ 13वीं शताब्दी (लगभग 1210-1247 ई.) में लिखा गया था।
संगीत रत्नाकर में समूह गायन तथा वादन के लिए प्रयुक्त संज्ञा है—
कुतप
वृन्द
कोरस
स्थायी
0
संगीत रत्नाकर में समूह गायन तथा वादन के लिए प्रयुक्त संज्ञा कुतप है। कुतप के तीन प्रकार होते हैं: गीतकुतप, वाद्यकुतप और नृत्तकुतप।
राग हमीर किस थाट के अन्तर्गत आता है?
बिलावल
कल्याण
स्वभाज
काफी
1
राग हमीर (Hameer) कल्याण थाट (Kalyan Thaat) के अंतर्गत आता है।
दरबारी कान्हड़ा का थाट क्या है?
आसावरी
काफी
ख्याज
तोड़ी
0
राग दरबारी कान्हड़ा (Darbari Kanada) आसावरी थाट (Asavari Thaat) के अंतर्गत आता है।
ध्रुवपद के साथ कौन-सा ताल प्रयुक्त किया जाता है?
एकताल
तीनताल
चारताल
पंचम सवारी
2
ध्रुवपद गायन में मुख्य रूप से चारताल (या चौताल - 12 मात्रा) का प्रयोग होता है।
किस ताल में खाली ‘सम’ पर है?
धमार
तीव्रा
रूपक
एकताल
2
रूपक ताल (7 मात्रा) की पहली मात्रा पर खाली (X) होता है, जबकि अन्य तालों में सम (×) पर ताली होती है।
लय के चाल क्रम को क्या कहा जाता है?
अंग
गुरु
लघु
यति
3
यति (Yati) लय के चाल क्रम या प्रवाह के विभिन्न प्रकारों (जैसे समा, स्रोतोगता, गोपुच्छा आदि) को कहते हैं।
खण्ड जाति में कितनी मात्राएँ होती हैं?
तीन
पाँच
सात
नौ
1
ताल की 5 जातियों (तिस्त्र, चतस्त्र, खंड, मिश्र, संकीर्ण) में से खंड जाति में 5 मात्राएं प्रति लघु होती हैं।
ताल में निःशब्द क्रिया कौन-सी है?
सम
ताली
खाली
इनमें से कोई नहीं
2
ताल में खाली (Khali) वह क्रिया है जिसमें कोई शब्द (आवाज) उत्पन्न नहीं होता है (हथेली पलटना)।
सेमी–टोन का अन्तराल है?
9:10
8:9
15:16
10:15
2
पाश्चात्य संगीत के डायटोनिक स्केल में सेमीटोन (Diatonic Semitone) का अंतराल अनुपात 15:16 माना जाता है।
पाश्चात्य संगीत में औडव जाति के सप्तक का क्या नाम है?
हेप्टाटॉनिक स्केल
हेक्साटॉनिक स्केल
नेचुरल स्केल
पेन्टाटॉनिक स्केल
3
औडव जाति (5 स्वर) के समान पाश्चात्य संगीत में 'पेन्टाटॉनिक स्केल' (Pentatonic Scale) होता है।
विलासखानी टोड़ी का समप्रकृति राग कौन-सा है?
गुजेरी तोड़ी
भूपाल तोड़ी
तोड़ी
जौनपुरी
2
विलासखानी टोड़ी की प्रकृति गुजरी तोड़ी से मिलती है और यह मूल 'तोड़ी' राग की ही एक शैलीगत प्रस्तुति है।
निम्नलिखित में से कौन-सा संगीत का मुख्य अंग है?
गायन
वादन
नृत्य
ये सभी
3
गायन, वादन और नृत्य तीनों भारतीय संगीत के मुख्य अंग हैं।
‘संगीत रत्नाकर’ के रचयिता कौन थे?
पंडित शारंगदेव
भरत
भारती
पाश्वदेव
0
संगीत रत्नाकर (Sangeet Ratnakara) के रचयिता पंडित शारंगदेव हैं।
पश्चिमी देशों में संगीत के अन्तर्गत कौन-कौन-सी विधाएँ आती हैं?
गायन
वादन
नृत्य
गायन तथा वादन
3
पाश्चात्य संगीत में संगीत मुख्य रूप से गायन और वादन तक ही सीमित है। नृत्य को एक अलग कला विधा माना जाता है।
भारतीय संगीत में कितने प्रकार की संगीत पद्धतियाँ प्रचलित हैं?
2
3
5
7
0
भारतीय संगीत में दो मुख्य पद्धतियाँ प्रचलित हैं: हिंदुस्तानी संगीत पद्धति (उत्तरी) और कर्नाटक संगीत पद्धति (दक्षिणी)।
कर्नाटक संगीत पद्धति को दूसरे किस नाम से जाना जाता है?
दक्षिणी संगीत पद्धति
उत्तरी संगीत पद्धति
हिन्दुस्तानी संगीत पद्धति
भारतीय संगीत पद्धति
0
कर्नाटक संगीत पद्धति को 'दक्षिणी संगीत पद्धति' के नाम से भी जाना जाता है।
भाव संगीत को मुख्यतः कितने भागों में विभाजित किया गया है?
3
4
5
6
0
भाव संगीत को मुख्य रूप से तीन भागों (जैसे फिल्मी गीत, भाव गीत और भक्ति गीत) में विभाजित किया जाता है।
सबसे प्राचीन संगीत सामग्री किस वेद में मिलती है?
ऋग्वेद
सामवेद
यजुर्वेद
अथर्ववेद
1
सामवेद (Samveda) पूरी तरह से संगीतमय मंत्रों के गायन (सामगान) को समर्पित है, इसलिए सबसे प्राचीन संगीत सामग्री इसी में मिलती है।
नाद के कितने भेद बताए गए हैं?
1
4
3
2 — आहत नाद और अनाहत नाद
3
नाद के दो मुख्य भेद हैं: आहत नाद (उत्पन्न किया गया) और अनाहत नाद (स्वयं उत्पन्न)।
“स नादस्त्वाहतो लोके…”—आहत नाद के अर्थ के स्पष्टीकरण का श्लोक किस ग्रन्थ में है?
संगीत रत्नाकर
अनूप संगीत विलास
संगीत दर्पण
नाट्यशास्त्र
2
यह श्लोक दामोदर पंडित के 'संगीत दर्पण' (Sangeet Darpana) ग्रंथ में मिलता है।
संगीत का सम्बन्ध किससे है?
आहत नाद
अनाहत नाद
विकृत नाद
सुसंस्कृत नाद
0
संगीत का सीधा सम्बन्ध आहत नाद से है, क्योंकि इसे प्रयत्नपूर्वक (गायन, वादन से) उत्पन्न किया जाता है।
“नकारं प्राण…” नाद वर्णन हेतु पंक्तियाँ किस ग्रन्थ में हैं?
नाट्यशास्त्र
संगीत पारिजात
संगीत रत्नाकर
संगीत अनूप विलास
2
नाद की परिभाषा से संबंधित प्रसिद्ध श्लोक “नकारं प्राण…” शारंगदेव कृत 'संगीत रत्नाकर' (Sangeet Ratnakara) में है।
नाद का रूप-भेद कौन-सा है?
उच्च–नीच भेद
नाद की जाति
नाद का टिकाऊपन
नाद का छोटा–बड़ापन
3
नाद के तीन गुण होते हैं: ऊँचाई-नीचाई (तारता/Pitch), तीव्रता-कोमलता (Intensity/Loudness) और जाति/गुण (Timbre)। 'छोटा-बड़ापन' से तात्पर्य तीव्रता से है।
भिन्न वस्तुओं द्वारा उत्पन्न नादों का भिन्नत्व नाद की क्या कहलाता है?
जातियाँ
मूल शब्द
आन्दोलन
मूल स्वर
0
अलग-अलग वाद्यों या आवाजों की भिन्नता को नाद की 'जाति' (Timbre) कहा जाता है।
किसी निश्चित समय में आन्दोलन संख्या अधिक होने पर नाद कैसा होता है?
ऊँचा
नीचा
मध्यम
तेज
0
आन्दोलन संख्या (Frequency) अधिक होने पर नाद की तारता (Pitch) ऊँची होती है।
नाद का ऊँचा–नीचापन किस संख्या पर निर्भर करता है?
स्वर
आन्दोलन
सेकण्ड
इनमें से कोई नहीं
1
नाद का ऊँचा-नीचापन (Pitch) उसकी आन्दोलन संख्या (Frequency) पर निर्भर करता है।
प्रत्येक नाद के साथ कुछ … नाद भी उत्पन्न होते हैं।
नीचे
सुरीले
सहायक
मध्यम
2
प्रत्येक नाद के साथ उसके 'सहायक नाद' (Overtones या Harmonics) भी उत्पन्न होते हैं, जो नाद की जाति निर्धारित करते हैं।
नाद के आन्दोलन … तथा … होते हैं।
मधुर, नीचे
नियमित, सुरीले
स्पष्ट, सुरीले
स्थिर, नियमित
3
संगीत के लिए उपयोगी नाद के आन्दोलन 'स्थिर' और 'नियमित' (Regular and Steady) होते हैं।
वह नाद जो स्वयं ही बिना सहायता के श्रोता को प्रसन्नचित्त करे, कहलाता है—
नाद
स्वर
श्रुति
ग्राम
1
रागों में प्रयुक्त होने वाला नाद जो श्रोता को प्रसन्नचित्त करे और जिसकी अपनी एक निश्चित जगह हो, 'स्वर' कहलाता है।
पेन्टाटोनिक स्केल कितने स्वरों का सप्तक होता है?
6
5
7
4
1
पेन्टाटोनिक स्केल (Pentatonic Scale) पाँच स्वरों का सप्तक होता है।
“नित्यं गीतोपयोगित्वम्… संगीत श्रुति लक्षणम्”—यह पंक्तियाँ किस ग्रन्थ से?
संगीत रत्नाकर
नारदीय शिक्षा
अभिनव राग मंजरी
संगीत पारिजात
2
यह पंक्तियाँ पं. भातखण्डे की पुस्तक 'अभिनव राग मंजरी' से संबंधित हैं।
निम्न में से 22 श्रुतियों में से एक है—
मधुवन्ती
बिहागिनी
रौद्रीका
दयावती
3
दयावती (Dayavati) 22 श्रुतियों में से एक का नाम है, जो नौवीं श्रुति है। 22 श्रुतियों के नाम तीव्रा, कुमुदनी, मंदा, चादोवती, दयावती, रंजनी, रतिका, रोधरी, क्रोधा, वाजत्रिका, प्रसारिणी, प्रीति, मर्चनी, शिति, रक्ता, संदेपिनी, अलापिनी, मदन्ति, रोहिणी, राम्या, उग्रा और शोभिनी हैं।
निम्न में से श्रुति नाम को इंगित कीजिए—
रंजनी
मन्दा
क्रोधा
ये सभी
3
रंजनी (13वीं), मन्दा (1ली) और क्रोधा (14वीं) सभी 22 श्रुतियों के नाम हैं।
भारतीय संगीत में श्रुतियों की संख्या कितनी मानी गई है?
32
22
24
26
1
भारतीय शास्त्रीय संगीत में 22 श्रुतियाँ (Microtones) मानी गई हैं।
वैदिक काल में तीन स्वरों के गान को क्या कहते थे?
सामिक
साम
स्व
राग
0
वैदिक काल में तीन स्वरों (उदात्त, अनुदात्त, स्वरित) के गान को 'सामिक' (Saamika) कहा जाता था।
सामगायकों द्वारा सर्वप्रथम कौन-से स्वरों की खोज की गई?
ग, रे, सा
सा, रे, ग
म, प, ध
ग, म, श्र
0
सामगान में तीन स्वरों का प्रयोग होता था, जिन्हें आधुनिक संगीत में गांधार (ग), ऋषभ (रे) और षड्ज (सा) के नाम से जाना जाता है।
वैदिक कालीन स्वर ‘कृष्ट’ का आधुनिक नाम क्या है?
मध्यम
गन्धार
पंचम
षड्ज
0
वैदिक काल के पाँच मुख्य स्वरों में 'कृष्ट' (Krushta) सबसे ऊँचा स्वर था, जिसे आधुनिक संगीत में मध्यम (म) के समान माना गया है। (कुछ मतों में पंचम भी)।
सामगान के कितने भाग होते हैं?
7
8
10
12
0
सामगान के 7 भाग (भक्ति) होते हैं: हिम, प्रस्ताव, आदि, उद्गीथ, प्रतिहार, उपद्रव और निधन।
वैदिक काल में सामगान के मुख्य गायक को क्या कहा जाता था?
उद्गाता
प्रस्तोता
प्रतिहर्ता
उद्वाथ
0
सामगान के मुख्य गायक को 'उद्गाता' (Udgata) कहा जाता था।
“रज्जयन्ति स्वतः स्वान्तम्…”—यह पंक्ति किस ग्रन्थ से है?
संगीत पारिजात
संगीत रत्नाकर
दोनों (A और B)
इनमें से कोई नहीं
2
यह श्लोक स्वर की परिभाषा है और यह दोनों ग्रंथों (संगीत पारिजात और संगीत रत्नाकर) में मिलता है।
स्वर कितने प्रकार के होते हैं?
2
3
4
5
0
आधुनिक हिंदुस्तानी संगीत में स्वर दो प्रकार के माने जाते हैं: शुद्ध स्वर और विकृत स्वर।
शुद्ध स्वर के कौन-से दो प्रकार हैं?
चल स्वर
अचल स्वर
A और B दोनों
विकृत स्वर
2
शुद्ध स्वरों को चल स्वर (Re, Ga, Ma, Dha, Ni) और अचल स्वर (Sa, Pa) में विभाजित किया जाता है।
विकृत स्वर के कौन-से दो प्रकार हैं?
कोमल स्वर
तीव्र स्वर
A और B दोनों
इनमें से कोई नहीं
2
विकृत स्वर दो प्रकार के होते हैं: कोमल स्वर (Komal) और तीव्र स्वर (Teevra)।
उत्तर भारतीय संगीत में कौन-से स्वर अचल कहे जाते हैं?
षड्ज, धैवत
षड्ज, पंचम
षड्ज, ऋषभ
षड्ज, मध्यम
1
षड्ज (सा) और पंचम (प) अचल स्वर हैं, जो हमेशा शुद्ध रूप में रहते हैं।
उत्तर हिन्दुस्तानी पद्धति में चल स्वर की श्रेणी में कौन आते हैं?
ऋषभ
गन्धार
धैवत, निषाद
ये सभी
3
वे स्वर जिनके शुद्ध और विकृत (कोमल/तीव्र) दोनों रूप होते हैं, चल स्वर कहलाते हैं, और इनमें ऋषभ, गांधार, मध्यम, धैवत और निषाद शामिल हैं।
श्रुति व स्वरों के रहने का स्थान कहलाता है—
ग्राम
मूर्च्छना
घर
सप्तक
0
ग्राम (Grama) प्राचीन संगीत में श्रुतियों और स्वरों के रहने के मूल स्थान/समूह को कहा जाता था।
एक सप्तक में कितने स्वर होते हैं?
बारह
तेरह
सात
पाँच
0
एक सप्तक में 7 शुद्ध और 5 विकृत स्वर मिलाकर कुल 12 स्वर होते हैं।
विकृत स्वर कितने हैं?
12
6
5
9
2
विकृत स्वर 5 होते हैं (कोमल रे, ग, ध, नि और तीव्र म)।
सप्तक के प्रथम भाग सा, रे, म को क्या कहते हैं?
पूर्वांग
उत्तरांग
उत्तरार्द्ध
उठान
0
सप्तक का पहला आधा भाग (सा-रे-ग-म) 'पूर्वांग' कहलाता है।
पाश्चात्य संगीत में कितने स्वरान्तर माने जाते हैं?
सेमी टोन
मेजर टोन
माइनर टोन
ये सभी
3
पाश्चात्य संगीत में सेमी टोन (अर्धस्वर), मेजर टोन और माइनर टोन सहित कई स्वरान्तर (Intervals) प्रचलित हैं।
पाश्चात्य संगीत का शुद्ध स्वर सप्तक किस राग के समान है?
काफी
बिलावल
शुद्ध सारंग
भीमपलासी
1
पाश्चात्य संगीत का C–Major स्केल (जिसमें सभी शुद्ध स्वर होते हैं) हिंदुस्तानी संगीत के बिलावल थाट के समान है।
पाश्चात्य संगीत में शुद्ध स्वर सप्तक को क्या कहते हैं?
E–Major
C–Major
Do Re मेजर
F–Major
1
पाश्चात्य संगीत में C-Major स्केल को शुद्ध स्वर सप्तक (सभी प्राकृतिक नोटों वाला) माना जाता है।
मेजर टोन इंटरवल किन स्वरों के बीच पाए जाते हैं?
स–रे
म–प
ध–नि
ये सभी
3
बिलावल थाट (शुद्ध स्वर सप्तक) में सा-रे, रे-ग, प-ध और ध-नि के बीच मेजर टोन (बड़ा टोन या 4 श्रुति का अंतर) पाया जाता है।
निम्न में से माइनर टोन किन स्वरों के मध्य पाया जाता है?
रे–ग
प–ध
A और B दोनों
इनमें से कोई नहीं
2
शुद्ध सप्तक में रे-ग और प-ध के बीच माइनर टोन (छोटा टोन या 3 श्रुति का अंतर) पाया जाता है।
निम्न में से सेमी-टोन किन स्वरों के मध्य पाया जाता है?
ग–म
नि–सां
A और B दोनों
इनमें से कोई नहीं
2
ग-म और नि-सां के बीच सेमी-टोन (अर्द्धस्वर) का अंतर होता है।
पाइथागोरस ने कितने ‘संवाद’ माने हैं?
2
3
4
5
1
पाइथागोरस ने तीन मुख्य संवाद/कंसोनेंस (Consonances) माने हैं: अष्टक (Octave), पंचम (Fifth) और चतुर्थ (Fourth)।
पाइथागोरस ने निम्न में से कौन-सा ‘संवाद’ माना है?
ऑक्टेव इंटरवल
फिफ्थ इंटरवल
फोर्थ इंटरवल
ये सभी
3
पाइथागोरस ने अष्टक (Octave), शुद्ध पंचम (Perfect Fifth) और शुद्ध चतुर्थ (Perfect Fourth) को संवाद (Consonances) माना।
पाश्चात्य स्वर सप्तक में धैवत स्वर की आन्दोलन संख्या कितनी है?
400
450
405
432
0
पाश्चात्य स्वर सप्तक में धैवत स्वर की आन्दोलन संख्या 400 है।
पाश्चात्य स्वर सप्तक में कोमल ऋषभ की आन्दोलन संख्या क्या है?
270
256
271
254
1
कोमल ऋषभ (Re-flat) की आन्दोलन संख्या 256Hz (मध्य सा) से थोड़ी अधिक होनी चाहिए। 256Hz सामान्यतः मध्य षड्ज (Middle C) का मान है।
पाइथागोरस ने स्केल रचना के लिए किस सिद्धान्त का पालन किया?
फ्रांसिस्को
सवर्त
पाइथागोरस
भातखण्डे
2
पाइथागोरस ने अपने नाम से ही प्रचलित 'पाइथागोरियन ट्यूनिंग' या 'पाइथागोरस सिद्धांत' का पालन किया।
दो टोन वाला स्केल किसे कहा जाता है?
नैचुरल स्केल
पाइथागोरस स्केल
डायटोनिक स्केल
इनमें से कोई नहीं
2
डायटोनिक स्केल (Diatonic Scale) वह सप्तक है जिसमें मुख्य रूप से दो प्रकार के अंतराल (मेजर टोन और सेमीटोन) पाए जाते हैं, लेकिन इसे "दो टोन वाला स्केल" भी कहा जाता है।
\u0935\u093E\u0939! \u0906\u092A\u0928\u0947 \u0915\u092E\u093E\u0932 \u0915\u0930 \u0926\u093F\u092F\u093E!
\u092C\u0939\u0941\u0924 \u092C\u0922\u093C\u093F\u092F\u093E! \u0925\u094B\u0921\u093C\u093E \u0914\u0930 \u092E\u0947\u0939\u0928\u0924 \u0906\u092A\u0915\u094B \u0938\u0930\u094D\u0935\u0936\u094D\u0920 \u092C\u0928\u093E \u0938\u0915\u0924\u093E \u0939\u0948!
\u092C\u0939\u0941\u0924 \u0916\u093C\u0930\u093E\u092C \u092A\u0930\u092B\u0949\u0930\u092E\u0947\u0902\u0938! \u0925\u094B\u0921\u093C\u093E \u0914\u0930 \u091F\u094D\u0930\u093E\u0908 \u0915\u0930\u094B!
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\u092A\u094D\u0930\u092E\u093E\u0923 \u092A\u0924\u094D\u0930
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\u0938\u0924\u094D\u092F\u093E\u092A\u093F\u0924 \u092A\u094D\u0930\u092E\u093E\u0923 \u092A\u0924\u094D\u0930
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\u0917\u0932\u0924!
\u0906\u092A\u0915\u093E \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930:
\u0909\u0924\u094D\u0924\u0930 \u0928\u0939\u0940\u0902 \u0926\u093F\u092F\u093E \u0917\u092F\u093E
\u0938\u0939\u0940 \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930:
\u0938\u094D\u092A\u0937\u094D\u091F\u0940\u0915\u0930\u0923:
\u0906\u092A\u0915\u093E \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930 \u0917\u0932\u0924 \u0925\u093E\u0964 \u0938\u0939\u0940 \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930:
\u092A\u094D\u0930\u0936\u094D\u0928
/
\u0905\u0938\u092B\u0932 (FAIL)
\u0909\u0924\u094D\u0924\u0940\u0930\u094D\u0923 (PASS)
\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOP)
\u0938\u0930\u094D\u0935\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOPPER)
✓ \u0938\u0924\u094D\u092F\u093E\u092A\u093F\u0924
\u0917\u094D\u0930\u0947\u0921\u093F\u0902\u0917 \u092E\u093E\u0928\u0926\u0902\u0921
\u0938\u0930\u094D\u0935\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOPPER)
\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOP)
\u0938\u092B\u0932 (PASS)
\u0905\u0938\u092B\u0932 (FAIL)