STET, BPSC, NET संगीत प्रतियोगिता 06 नवम्बर 2024
(कुल 100 प्रश्न)
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टूर्नामेंट नियम और नियम
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- टूर्नामेंट में आपके पास पूर्वनिर्धारित संख्या में प्रयास होंगे।
- उच्चतम स्कोर प्राप्त करने वाले प्रतिभागी विजेता होंगे।
- किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी की स्थिति में आपको टूर्नामेंट से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
नियम:
- टूर्नामेंट में कुल 2 प्रश्न होंगे।
- प्रत्येक सही उत्तर के लिए आपको 1 अंक मिलेगा।
- कोई नकारात्मक अंकन नहीं होगा।
- टूर्नामेंट समाप्त होने के बाद, परिणामों की घोषणा की जाएगी।
- विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में आमंत्रित किया जाएगा।
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उ. फ़ैयाज़ खाँ किस घराने के गायक थे?
किराना घराना
आगरा घराना
पटियाला घराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
उस्ताद फ़ैयाज़ खाँ आगरा घराने के गायक थे।
उ. अब्दुल करीम खाँ किस घराने से संबंधित हैं?
कराना घराना
ग्वालियर घराना
आगरा घराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद अब्दुल करीम खाँ कराना घराने से संबंधित थे।
पं. कृष्णराव शंकर पंडित किस घराने के थे?
आगरा घराना
रामपुर घराना
ग्वालियर घराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
पंडित कृष्णराव शंकर पंडित ग्वालियर घराने के थे।
पं. कृष्णराव शंकर पंडित को कौन-सा पुरस्कार प्राप्त था?
पद्म भूषण
पद्म विभूषण
पद्म श्री
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
पंडित कृष्णराव शंकर पंडित को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
तानपुरा वाद्य बनाने में निम्नलिखित में से किसका प्रयोग होता है?
मींडी
लोहा
तुंबा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
तुंबा का प्रयोग तानपुरा वाद्य में होता है।
निम्नलिखित में से तानपुरा वाद्य से संबंधित भाग कौन-सा है?
खूँटी
गट्टा
मिजराब
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
तीनों ही तानपुरा का एक महत्वपूर्ण भाग है।
तबला किस श्रेणी का वाद्य है?
अवनद्ध वाद्य
घन वाद्य
तंत्री वाद्य
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
तबला अवनद्ध वाद्य श्रेणी में आता है (चमड़े से मढ़ा हुआ)।
तबले के मुख्य कितने भाग हैं?
दो
चार
आठ
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
तबले के मुख्य 2 भाग होते हैं।
मुरकी का उदाहरण है
सा सा सा रे
सा रे नि सा
म ग म ग
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
मुरकी में स्वर को कंपन के साथ जल्दी से स्पर्श किया जाता है।
आलाप का क्या अर्थ है?
पेशकार
विलंबित गति के स्वर समूह
द्रुत गति के स्वर समूह
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
आलाप विलंबित गति में गाया जाने वाला स्वर समूह है।
विकृत जातियों की संख्या कितनी है?
7
11
18
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
भरत ने 18 जातियाँ बताई हैं, जिनमें 7 शुद्ध और 11 विकृत हैं। (उत्तर कुंजी: B)
घंटा किस श्रेणी का वाद्य है?
तत्
अवनद्ध
घन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
घंटा धातु से बना होता है और आघात द्वारा बजता है, इसलिए यह घन (Idiophone) वाद्य श्रेणी में आता है। (उत्तर कुंजी: C)
श्रीनिवास के अनुसार वीणा के तार पर घुड़च से "नि" की दूरी कितने इंच पर है?
20
16
30
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
श्रीनिवास ने वीणा के तार पर 'नि' (निषाद) स्वर को घुड़च से 20 इंच की दूरी पर स्थापित किया था। (उत्तर कुंजी: A)
“राग-वितान” के लेखक कौन हैं?
विनायक पटवर्धन
पंडित भातखंडे
जी. एच. रानाडे
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
'राग-वितान' के लेखक विनायकराव पटवर्धन हैं। (उत्तर कुंजी: A)
कल्याण थाट के स्वर हैं?
स रे ग म' प ध नि सां
स रे ग म प ध नि सां (रे/ध के तीव्र संकेत सहित)
सा रे ग म प ध नि सां (वांछित स्वर-चिन्ह सहित)
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
कल्याण थाट में तीव्र मध्यम (म') का प्रयोग होता है, अन्य स्वर शुद्ध होते हैं: स रे ग म' प ध नि सां। (उत्तर कुंजी: A)
आधुनिक राग वर्गीकरण में “म” किस श्रुति पर होगा?
13
17
20
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
आधुनिक वर्गीकरण के अनुसार 'म' 13वीं श्रुति पर होगा। (उत्तर कुंजी: E)
“भारतीय संगीत वाद्य” के लेखक कौन हैं?
आचार्य बृहत्
पंडित लालमणि मिश्र
ओंकारनाथ ठाकुर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
'भारतीय संगीत वाद्य' (वाद्य परम्परा) के लेखक पंडित लालमणि मिश्र हैं। (उत्तर कुंजी: B)
“नाट्य शास्त्र” के लेखक हैं?
भरत मुनि
शारंगदेव
दत्तिल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
'नाट्य शास्त्र' के लेखक भरत मुनि हैं। (उत्तर कुंजी: A)
तानपुरा का पहला तार किस स्वर में मिलाया जाता है?
नि (मन्द्र)
म (मन्द्र)
प (मन्द्र)
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
तानपुरा का पहला तार नि,म, तथा प तीनो से मिलाया जाता है। (उत्तर कुंजी: D)
उस्ताद विलायत खान के पिता का क्या नाम है?
इनायत खान
इमदाद खान
इलयास खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उस्ताद विलायत खान के पिता उस्ताद इनायत खान थे। (उत्तर कुंजी: A)
श्रृंगार रस से सम्बंधित स्वर है—
रे ध
रे ध
ग नि
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
श्रृंगार रस का संबंध शुद्ध रे धऔर शुद्ध ग नि से माना जाता है। (उत्तर कुंजी: D)
वैदिक कालीन संगीत में किन गेय प्रकारों का प्रचलन था?
साम गान
गाथा गान
गांधर्व तथा लौकिक
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
वैदिक काल में साम गान, गाथा गान, गांधर्व और लौकिक, सभी का प्रचलन था।
निम्न में से वैदिक स्वर हैं
कृष्ट, तृतीय
प्रथम (ग)
द्वितीय (रे)
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
वैदिक काल में सप्त स्वरों के लिए 'प्रथम', 'द्वितीय', 'तृतीय', 'चतुर्थ', 'मंद्र', 'अतिस्वार्य', 'कृष्ट' आदि नाम थे। अतः एक से अधिक सही है।
वैदिक कालीन वीणाओं में प्रमुख है
बाण वीणा
पौलवी
कपिशीर्षणी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
वैदिक कालीन वीणाओं में कपिशीर्षणी, बाण वीणा प्रमुख थी।
वैदिक कालीन “तूण” नामक वाद्य किस वाद्य श्रेणी में आता है?
तत्
घन
सुषिर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
'तूण' एक प्रकार का सुषिर (फूंक) वाद्य था।
कर्नाटक संगीत का “त म” स्वर हिन्दुस्तानी संगीत का कौन सा स्वर है?
शुद्ध मध्यम
तीव्र मध्यम
कोमल मध्यम
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
कर्नाटक संगीत में 'त-म' (तीव्र मध्यम) का प्रयोग होता है, जिसे हिन्दुस्तानी संगीत में 'तीव्र मध्यम' (म') कहा जाता है।
कर्नाटक अठ ताल जैसी हिन्दुस्तानी ताल कौन सी है?
चौताल
आड़ा चारताल
कहरवा ताल
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
चौताल (12 मात्रा) कर्नाटक संगीत के 'ध्रुव ताल' (14 मात्रा) के समान मानी जाती है। (उत्तरमाला B है, जो संभवतः आड़ा चौताल (14 मात्रा) के कारण है, लेकिन चौताल अधिक सटीक है। दिए गए उत्तरमाला के अनुसार, मैं **B** रखूंगा।)
कर्नाटक संगीत में स्वर का सबसे नीचा रूप शुद्ध होता है
सत्य
असत्य
आंशिक
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
यह आंशिक सत्य है क्योंकि हर स्वर का शुद्ध रूप नीचा नहीं होता, बल्कि वह स्वर अपनी स्थापित श्रुति पर शुद्ध माना जाता है।
हिन्दुस्तानी कोमल “नि” को कर्नाटक संगीत में क्या कहते हैं?
काकली निषाद
कैशिक निषाद
शुद्ध निषाद
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
हिन्दुस्तानी संगीत का कोमल 'नि' (निषाद) कर्नाटक संगीत के 'कैशिक निषाद' के लगभग समान होता है।
प्राचीन अहोर तालम् पद्धति किस संगीत पद्धति के अंतर्गत आती है?
वैदिक संगीत
रवि संगीत
कर्नाटक संगीत
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
प्राचीन अहोर तालम् पद्धति कर्नाटक संगीत (दक्षिण भारतीय संगीत) के अंतर्गत आती है।
राग में वादी–संवादी स्वर के बीच कितनी श्रुतियों का अंतर होता है?
7 और 9
8 और 11
9 और 13
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
वादी-संवादी स्वर का अंतर 9 (पंचम संवाद) या 13 (मध्यम संवाद) श्रुतियों का होता है।
परमेल प्रवेशक राग का उदाहरण है
राग जोग
राग भटियार
राग जयजयवंती
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
परमेल प्रवेशक राग वह होता है जो एक थाट से दूसरे थाट में प्रवेश करता है। राग जयजयवंती (खमाज से कल्याण) इसका एक उदाहरण है।
दक्षिण संगीत पद्धति में समय मापने के लिए कितनी इकाइयां का प्रयोग होता है?
3
5
2
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
दक्षिण संगीत पद्धति में काल (समय) की पाँच इकाइयाँ हैं 👇
1. अक्षरकाल (Aksharakāla) — सबसे छोटी समय इकाई,2. मात्रा (Mātra), 3. लगु (Laghu), 4. द्रुतम् (Drutam), 5. अनुद्रुतम् (Anudrutam)।
चांचपुट (चाचपुट) ताल में कितनी मात्राएँ होती हैं?
6
8
12
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
चाचपुट ताल (Chachput Taal) 8 मात्रा का होता है (2+2+2+2)।
मतंग ने प्रबंध को इनमें से किसके अंतर्गत माना है?
पाश्चात्य संगीत
मार्ग संगीत
देसी संगीत
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
मतंग मुनि ने प्रबंध को देसी संगीत के अंतर्गत माना है।
ताल की कितनी जातियां होती हैं?
5
6
7
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
ताल की 5 जातियां होती हैं: चतस्र (4), तिस्र (3), खण्ड (5), मिश्र (7) और संकीर्ण (9)।
ताल का निर्माण किससे होता है?
लय से
जाति से
मात्रा से
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
ताल का निर्माण 'मात्रा' के निश्चित समूहों द्वारा होता है।
ताल के प्रथम मात्रा से अंतिम मात्रा तक की दूरी क्या कहलाती है?
मार्ग
जाति
बाज
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
ताल के प्रथम मात्रा से अंतिम मात्रा तक के चक्र को 'आवर्तन' या 'मार्ग' कहा जाता है। (उत्तरमाला A है, जो 'मार्ग' को इंगित करता है)
पखावज में कौन-से दो वर्ण अपरिवर्तनशील/स्थायी होते हैं?
"धि" और "ट"
"ध" और "धा"
"तट" और "ता"
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पखावज के बोलों में 'ध' और 'धा' वर्णों को अपरिवर्तनशील (स्थायी) माना जाता है।
तानसेन का जन्म किस वर्ष हुआ था?
26 जून 1529
28 मई 1529
26 अप्रैल 1506
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
तानसेन का जन्म 26 अप्रैल 1506 को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में हुआ था।
तानसेन के गुरु का नाम बताएं—
गोपाल नायक
स्वामी हरिदास
बैजू बावरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
तानसेन के प्रमुख गुरु स्वामी हरिदास थे।
तानसेन का जन्म कहाँ हुआ था?
ग्वालियर
पटियाली
आगरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
तानसेन का जन्म ग्वालियर में हुआ था।
निम्न में से तानसेन के समकालीन गायक कौन थे (अकबर के समय)?
नायक बकसू
गोपाल नायक
बैजू बावरा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
बैजू बावरा (बैजनाथ) तानसेन के समकालीन गायक थे।
“पिया बिना नाहिं आवत चैन” किसकी बंदिश है?
फ़ैयाज़ खान
अब्दुल करीम खान
बड़े गुलाम अली खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
"पिया बिना नाहिं आवत चैन" उस्ताद अब्दुल करीम खान की प्रसिद्ध ठुमरी बंदिश है।
हीराबाई बाड़ोडकर का जन्म किस वर्ष हुआ?
1902
1905
1912
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
हीराबाई बाड़ोडकर का जन्म 1905 में हुआ था।
हीराबाई बाड़ोडकर किस घराने से थीं?
दिल्ली
बनारस
किराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
हीराबाई बाड़ोडकर किराना घराने की गायिका थीं।
हीराबाई के गुरु कौन थे?
जगन्नाथ बुआ पुरोहित
हनुमान प्रसाद मिश्र
अब्दुल वहीद खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
हीराबाई बाड़ोडकर के गुरु उस्ताद अब्दुल वहीद खान थे, जो किराना घराने के थे।
कौन ठुमरी गायिका हैं?
गंगूबाई हंगल
हीराबाई बाड़ोडकर
किशोरी अमोनकर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
हीराबाई बाड़ोडकर और किशोरी अमोनकर दोनों ने ठुमरी गायन किया है, और गंगूबाई हंगल ने भी कुछ हद तक ठुमरी गाई है, तो सही उत्तर होगा — "उपर्युक्त में से एक से अधिक"
“नूतन संगीत विद्यालय” के संस्थापक कौन?
पंडित रविशंकर
हीराबाई बाड़ोडकर
अब्दुल करीम खान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
नूतन संगीत विद्यालय की स्थापना हीराबाई बाड़ोडकर ने की थी।
सुहासिनी कोरटकर का जन्म कहाँ?
कर्नाटक
महाराष्ट्र
राजस्थान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सुहासिनी कोरटकर का जन्म 1948 में महाराष्ट्र में हुआ था।
सुहासिनी कोरटकर के गुरु का नाम?
नियामत खान
पंडित त्र्यंबकराव जानोरीकर
जगन्नाथ बुवा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सुहासिनी कोरटकर के गुरु पंडित त्र्यंबकराव जानोरीकर थे। वे भेंडीबाजार घराने की एक प्रमुख गायिका थीं। उन्होंने ठुमरी की शिक्षा विदुषी नैना देवी से भी प्राप्त की थी।
“दिल चाहता है गाओ” किसकी रचना?
सिन्धेश्वरी देवी
सुहासिनी कोरटकर
किशोरी अमोनकर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
"दिल चाहता है गाओ" सुहासिनी कोरटकर की रचना है।
सुरमणि सम्मान किसे दिया गया?
गिरजा देवी
सुहासिनी कोरटकर
सविता देवी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सुहासिनी कोरटकर को 'सुरमणि' सम्मान से सम्मानित किया गया था।
पं. बड़े रामदास किस शैली के गायक हैं?
ठुमरी
ख़याल
तराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित बड़े रामदास मुख्य रूप से ख़याल शैली के गायक थे।
बायाँ तबला (डग्गा) किसका बना होता है?
मीट्टी/धातु
धातु/पीतल
लकड़ी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
बायाँ तबला सिवाय लकड़ी के अन्य मीट्टी/धातु, धातु/पीतल सभी का बना होता है।
तबला के संबंध में कौन-सा कथन सत्य है?
तबले में 8 गट्टे होते हैं
तबले में 16 घर होते हैं
पूड़ी ऊँट के खाल की बनी होती है
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
तबले में 8 गट्टे होते हैं, 16 घर होते हैं। पूड़ी बकरे की खाल की बनी होती है, ऊँट की खाल की नहीं।
मणिपुरी नृत्य के साथ प्रायः किस अवनद्ध वाद्य की संगत होती है?
तबला
खोल
मृदंग
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
मणिपुरी नृत्य के साथ खोल की संगत होती है।
जिन तानों में स्वर क्रमानुसार नहीं होते उन्हें क्या कहते हैं?
कूट तान
फिरत तान
मिश्र तान
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
कूट तान वह होती है जिसमें स्वर क्रमानुसार नहीं होते, यानी स्वर बिखरे हुए होते हैं।
रागांग-राग पद्धति के अनुसार इनमें से कौन-सा रागांग राग नहीं है?
तोड़ी
भैरवी
सारंग
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
4
दिए गए विकल्पों में कोई भी रागांग राग नहीं है। रागांग राग रागों के अंगों (स्वर समूहों) पर आधारित होते हैं। (उत्तरमाला E है, जो सही है।)
तिलवाड़ा ताल में कितनी मात्राएँ होती हैं?
14
7
16
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
तिलवाड़ा ताल (Vilambit Teen Taal) में 16 मात्राएँ होती हैं। (उत्तरमाला C है, जो सही है)।
राग दुर्गा किस जाति का राग है?
औडव
षाडव
सम्पूर्ण
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
राग दुर्गा (बिलावल थाट) औडव-औडव (5-5 स्वर) जाति का राग है। (उत्तरमाला A है, जो 'औडव' को इंगित करता है)।
गजझम्पा ताल में कितनी मात्राएँ होती हैं?
10
8
15
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
गजझम्पा ताल में कुल 15 मात्राएँ होती हैं। यह 4 विभागों में विभाजित है, जिसमें मात्राओं का क्रम (4/4/3/4) है। इस ताल में 1, 5 और 12वीं मात्रा पर 3 ताली और 9वीं मात्रा पर 1 खाली होती है। (2+2+3+3)।
मध्यम ग्राम में पंचम किस श्रुति पर अवस्थित रहता है?
12वीं
16वीं
17वीं
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
मध्यम ग्राम में पंचम (प) 16वीं श्रुति पर अवस्थित रहता है। (शुद्ध स्वर 13वीं श्रुति पर है, इसलिए यह प्रश्न मध्यम ग्राम के संदर्भ में पूछा गया है, जहाँ प 16वीं श्रुति पर होता है।)
निम्न में से कौन-सा स्वर 'अधदर्शक' के नाम से जाना जाता है?
सा
म
प
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
मध्यम (म) स्वर को 'अधदर्शक' (आधा दिखाने वाला) भी कहा जाता है।
वादी तथा संवादी के मध्य श्रुति-अंतराल होता है?
12 से 22
4 से 5
9 से 13
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
वादी और संवादी के बीच 9 श्रुतियों (पंचम संवाद) या 13 श्रुतियों (मध्यम संवाद) का अंतर होता है।
वाद्य वर्गीकरण के आधार पर घुंघरू किस वर्ग में आता है?
शुषिर
घन
तत्
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
घुंघरू, करताल जैसे वाद्य घन वर्ग में आते हैं, जो धातुओं को आपस में टकराकर
ध्वनि उत्पन्न करते हैं।
कौन-सा स्वर-समूह तोड़ी-अंग दर्शाता है?
सा रे ग प ध सा
म रे प नि
रे_ ग_ रे_ सा
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
राग तोड़ी अंग के लिए 'कोमल रे, कोमल ग, तीव्र म, कोमल ध' की आवश्यकता होती
है।
राग में ‘अविर्भाव’ का अभिप्राय क्या है?
राग का स्वरूप छुपाना
राग की पुनःस्थापना/उद्भव
राग का गायन/वादन
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
अविर्भाव का अर्थ है 'पुनः प्रकट होना'। यह 'तिरोभाव' (दूसरे राग का आभास
देना) के बाद अपने मुख्य राग के स्वरूप को पुनः स्थापित करने की प्रक्रिया
है।
गंधर्व महाविद्यालय मण्डल की स्थापना किसने की?
भातखंडे
विनायक राव पटवर्धन
विष्णु दिगंबर पलुस्कर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
गंधर्व महाविद्यालय मण्डल की स्थापना पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर ने की थी।
भारतीय संगीत पद्धति में मूलभूत स्वर किसे कहते हैं?
षड्ज
मध्यम
पंचम
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
षड्ज (सा) को आधार स्वर या मूलभूत स्वर माना जाता है, जिससे अन्य सभी स्वरों
की उत्पत्ति होती है। यह अचल स्वर भी है।
राग आसावरी का वादी–संवादी स्वर—
म – सा
ध – ग
रे – प
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
राग आसावरी का वादी स्वर धैवत (ध) और संवादी स्वर गंधार (ग) होता है।
इनमें से कौन-सा बिहार का ध्रुपद घराना है?
ग्वालियर घराना
आगरा घराना
बेतिया घराना
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
बेतिया घराना (बिहार) भारत के सबसे पुराने और प्रमुख ध्रुपद घरानों में से एक
है।
राग यमन किस थाट से संबंधित है?
कल्याण
बिलावल
पूर्वी
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
राग यमन कल्याण थाट का आश्रय राग है, जिसमें केवल तीव्र मध्यम का प्रयोग होता
है।
गझम्पा ताल में कितनी तालियाँ होती हैं?
4
3
2
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
गझम्पा ताल 15 मात्राओं का ताल है, जिसमें 3 तालियाँ (1, 6, 11) और 2 खाली
(4, 9) होती हैं।
किस राग में ‘नि’ का केवल एक रूप प्रयुक्त होता है?
सोहनी
बहार
खमाज
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
राग सोहनी में केवल (नि) का प्रयोग होता है। राग बहार और खमाज में एक से अधिक
निषाद के रूप प्रयुक्त होते हैं।
द्वादश स्वर-मूर्च्छना का आविष्कार किसने किया?
भरत
नारद
मतंग
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
द्वादश स्वर-मूर्च्छना का उल्लेख मतंग मुनि ने अपने ग्रंथ 'वृहद्देशी' में
किया था।
Ms सुब्बुलक्ष्मी जी के बाद किस दूसरे हिंदुस्तानी संगीतज्ञ को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था?
भीमसेन जोशी
पंडित रविशंकर
लता मंगेशकर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी (1998, कर्नाटक) के बाद पंडित रविशंकर (1999) और लता मंगेशकर (2001) दोनों को 'भारत रत्न' मिला। भीमसेन जोशी को 2009 में मिला। चूंकि रविशंकर और लता मंगेशकर दोनों हिंदुस्तानी/उप-शास्त्रीय संगीत से संबंधित हैं, इसलिए D सही है।
ओंकार नाथ ठाकुर का जन्म कब हुआ था?
10 अगस्त 1860
24 जून 1897
24 जुलाई 1897
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पंडित ओंकार नाथ ठाकुर का जन्म 24 जून 1897 को हुआ था।
मिजराब का प्रयोग होता है -
सितार वादन में
गिटार वादन में
सरोद वादन में
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
मिजराब (जवा) धातु का बना एक पट्टा होता है जिसे उंगली में पहनकर सितार बजाया जाता है। सरोद पर 'जवा' (नकली नाखून) का प्रयोग नहीं होता है।
उद्गाता किस गान से संबंधित है -
साम
ध्रुपद
ठुमरी
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
सामवेद के मंत्रों का गायन (साम गान) करने वाले मुख्य गायक को 'उद्गाता' कहा जाता था।
दो मात्रा में तीन मात्रा बोलने या लिखने को क्या कहते हैं?
आड़
कुआड़
बिआड़
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
दो मात्रा में तीन मात्रा बोलने या लिखने को 'आड़' (3/2) कहते हैं।
स्वतंत्र बाँट किस घराने में बजाई जाती है?
बनारस
फर्रुखाबाद
लखनऊ
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
बनारस घराने में उठान, परन, तिहाई जैसे शुद्ध और स्वतंत्र वादन की एक विशिष्ट शैली है, जिसे 'स्वतंत्र बाज' या 'स्वतंत्र बाँट' कहा जाता है। (लखनऊ में भी यह प्रयोग होता है, लेकिन बनारस अधिक प्रसिद्ध है)।
‘उठान’ किस घराने की विशेषता है?
बनारस
दिल्ली
लखनऊ
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
उठान (आमतौर पर तबला/पखावज पर बजाया जाने वाला एक विशिष्ट, दमदार टुकड़ा जो सम पर समाप्त होता है) बनारस घराने की एक प्रमुख विशेषता है।
परन को प्रचार में लाने का श्रेय किसे?
नाना साहब पानसे
कुदऊ सिंह
किशन महाराज
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
पखावज वादक कुदऊ सिंह (कुँवर श्याम सिंह) को परन (एक विशेष प्रकार की रचना) को प्रचार में लाने का श्रेय दिया जाता है।
रेला को प्रचार में लाने का श्रेय किसे?
नाना साहब पानसे
अहमद जान थिरकवा
किशन महाराज
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
रेला वादन का श्रेय नाना साहब पानसे को दिया जाता है)।
‘भावरंग लहरि’ नाम किससे जुड़ा है?
कल्लू खान
भवानी सिंह
बलवंत राय भट्ट
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
बलवंत राय भट्ट 'भावरंग' उपनाम से रचनाएँ करते थे और उन्होंने ही 'भावरंग लहरि' नामक पुस्तक लिखी थी।
‘सादरा’ किस ताल में गाया जाता है?
रुद्र ताल
झपताल
रूपक ताल
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सादरा झपताल (10 मात्रा), तीवरा (7 मात्रा) और सूल (10 मात्रा) या चौताल (12 मात्रा) जैसे तालों में गाया जाता है, जिनमें ध्रुपद शैली की रचनाएँ होती हैं। यह एक भारतीय शास्त्रीय गायन शैली है, जो ध्रुपद और ख्याल के बीच की है।
‘संगीत पारिजात’ को कितने भागों में बाँटा गया है?
5
10
2
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
पंडित अहोबल द्वारा रचित प्रसिद्ध संगीत ग्रंथ 'संगीत पारिजात' को मुख्य रूप से दो भागों या खंडों में बाँटा गया है:
राग गीता विचार काण्ड: यह पहला भाग है, जिसमें मुख्य रूप से रागों और गीतों से संबंधित विषयों पर चर्चा की गई है।
वाद्य ताल काण्ड (या वाद्याध्याय): यह दूसरा भाग है, जिसमें विभिन्न प्रकार के संगीत वाद्ययंत्रों (जैसे तत्, आनद्ध, सुषिर, घन) और ताल पद्धतियों का विस्तृत वर्णन है।
अहोबल ने कितने प्रकार की वीणाओं का वर्णन किया है?
8
17
12
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
अहोबल ने अपने ग्रंथ "संगीत पारिजात" में तत् वाद्यों के अंतर्गत आठ प्रकार की वीणाओं का वर्णन किया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने चार मुख्य वाद्य वर्गों - तत् (तार वाद्य), अवनद्ध (ताल वाद्य), सुषिर (वायु वाद्य) और घन (धातु वाद्य) - का भी वर्णन किया है।
‘संगीत पारिजात’ में शुषिर वाद्यों की संख्या कितनी बताई गई है?
8
10
12
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
अहोबल ने शुषिर (फूँक) वाद्यों की संख्या 10 बताई है।
निम्न में से किस ग्रंथ की रचना लोचन ने की?
संगीत दर्पण
मंशोल्लासा
संगीत चूडामणि
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
कवि लोचन ने 'संगीत चूडामणी' नामक ग्रंथ की रचना की।
लोचन ने कितने मेल माने हैं?
19
23
12 (अंतर्गत 75 राग)
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
कवि लोचन ने अपने 'राग तरंगिणी' ग्रंथ में 12 मेलों (थाटों) के अंतर्गत 75 रागों का वर्णन किया है।
कवि लोचन ने श्रुतियों की संख्या कितनी बताई है?
22
24
12
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
कवि लोचन ने श्रुतियों की संख्या 22 मानी है। भारतीय संगीत में श्रुतियों की कुल संख्या को लेकर विभिन्न मत मिलते हैं, लेकिन कवि लोचन ने 22 श्रुतियाँ स्वीकार की हैं।
नायक बकसू किसके दरबार में नियुक्त थे?
अकबर
दौलतराव सिंधिया
मानसिंह तोमर
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
नायक बकसू राजा मान सिंह तोमर (ग्वालियर) के दरबार के प्रसिद्ध संगीतज्ञ थे और ध्रुपद के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
‘मानकौतूहल’ ग्रंथ का अनूदित ग्रंथ कौन-सा है?
राग दर्पण
संगीत दर्पण
श्रुति दर्पण
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उपर्युक्त में से कोई नहीं
0
मान सिंह तोमर के ग्रंथ 'मानकौतूहल' का फ़ारसी में अनुवाद फ़कीरूल्लाह ने 'राग दर्पण' नाम से किया था।
सोमनाथ ने कितने मेल माने हैं?
22
23
28
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
सोमनाथ (राग विबोध के लेखक) ने कुल 23 मेलों (थाटों) का वर्णन किया है।
भरत ने ‘काकू’ के कितने प्रकार बताए हैं?
2
3
6
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
2
भरत मुनि ने नाट्यशास्त्र में ‘काकू’ (स्वर की ध्वनि या उच्चारण शैली) के दो प्रकार बताए हैं। ये हैं:
साकांक्षा काकू (अपेक्षा युक्त): यह अपूर्ण वाक्य या भाव की अभिव्यक्ति के लिए उपयोग होता है, जिसमें उच्चारण में सस्पेंस या अपेक्षा पैदा होती है। यह गले और वक्ष स्थान से निकलने वाली ध्वनियों पर आधारित होता है, जो ऊँचे स्वर (तार) से शुरू होकर निचले स्वर (मंद्र) पर समाप्त होता है।
निराकांक्षा काकू (अपेक्षा रहित): यह पूर्ण वाक्य या भाव की अभिव्यक्ति के लिए उपयोग होता है, जिसमें समापन या स्पष्टता आती है। यह मस्तक स्थान से निकलने वाली ध्वनियों पर आधारित होता है, जो निचले स्वर (मंद्र) से शुरू होकर ऊँचे स्वर (तार) पर समाप्त होता है।
ये प्रकार नाट्यशास्त्र के अध्याय 19 में वर्णित हैं, जहाँ काकू को रस, भाव और वाचिक अभिनय के संदर्भ में समझाया गया है। बाद के ग्रंथों जैसे संगीत रत्नाकर में काकू के छह प्रकार बताए गए हैं, लेकिन भरत ने केवल दो का उल्लेख किया है।
भरत ने ‘काकू’ का वर्णन नाट्यशास्त्र के किस अध्याय में किया है?
30वाँ अध्याय
17वाँ अध्याय
29वाँ अध्याय
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
भरत मुनि ने नाट्यशास्त्र के 17वें अध्याय में 'वाचिक अभिनय' के अंतर्गत काकू (आवाज की भिन्नता) का वर्णन किया है।
पद्य-रचना का संबंध किससे माना जाता है?
धातु
मातु
गद्य
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1
संगीत में 'मातु' गीत के पद्य (बोल/साहित्य) को संदर्भित करता है।
ऋग्वैदिक काल में ‘संगीत’ के लिए किस शब्द का प्रयोग होता था?
गीर
गाथा
गीति
उपर्युक्त में से एक से अधिक
उपर्युक्त में से कोई नहीं
3
ऋग्वैदिक काल में संगीत के लिए 'गीर' (प्रशंसा/स्तुति), 'गाथा' (गीत) और 'गीति' (गायन) जैसे शब्दों का प्रयोग होता था।
\u0935\u093E\u0939! \u0906\u092A\u0928\u0947 \u0915\u092E\u093E\u0932 \u0915\u0930 \u0926\u093F\u092F\u093E!
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\u0938\u093E\u092E\u093E\u0928\u094D\u092F \u091C\u094D\u091E\u093E\u0928 \u0914\u0930 \u0917\u0923\u093F\u0924 \u0915\u094D\u0935\u093F\u091C\u093C
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\u092A\u094D\u0930\u092E\u093E\u0923 \u092A\u0924\u094D\u0930
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\u0917\u0932\u0924!
\u0906\u092A\u0915\u093E \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930:
\u0909\u0924\u094D\u0924\u0930 \u0928\u0939\u0940\u0902 \u0926\u093F\u092F\u093E \u0917\u092F\u093E
\u0938\u0939\u0940 \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930:
\u0938\u094D\u092A\u0937\u094D\u091F\u0940\u0915\u0930\u0923:
\u0906\u092A\u0915\u093E \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930 \u0917\u0932\u0924 \u0925\u093E\u0964 \u0938\u0939\u0940 \u0909\u0924\u094D\u0924\u0930:
\u092A\u094D\u0930\u0936\u094D\u0928
/
\u0905\u0938\u092B\u0932 (FAIL)
\u0909\u0924\u094D\u0924\u0940\u0930\u094D\u0923 (PASS)
\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOP)
\u0938\u0930\u094D\u0935\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOPPER)
✓ \u0938\u0924\u094D\u092F\u093E\u092A\u093F\u0924
\u0917\u094D\u0930\u0947\u0921\u093F\u0902\u0917 \u092E\u093E\u0928\u0926\u0902\u0921
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\u0936\u094D\u0930\u0947\u0937\u094D\u0920 (TOP)
\u0938\u092B\u0932 (PASS)
\u0905\u0938\u092B\u0932 (FAIL)