CLASS 10 SANSKRIT [SIL] 105 PAPER 2024
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- उच्चतम स्कोर प्राप्त करने वाले प्रतिभागी विजेता होंगे।
- किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी की स्थिति में आपको टूर्नामेंट से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
नियम:
- टूर्नामेंट में कुल 2 प्रश्न होंगे।
- प्रत्येक सही उत्तर के लिए आपको 1 अंक मिलेगा।
- कोई नकारात्मक अंकन नहीं होगा।
- टूर्नामेंट समाप्त होने के बाद, परिणामों की घोषणा की जाएगी।
- विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में आमंत्रित किया जाएगा।
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‘करण कारक’ विधायक सूत्र कौन-सा है ?
सम्प्रदाने चतुर्थी
साधकतमं करणम्
ध्रुवमपायेऽपादानम्
कर्मणा यमभिप्रैति स सम्प्रदानम्
1
क्रिया की सिद्धि में जो सबसे अधिक सहायक होता है, उसकी करण संज्ञा होती है (साधकतमं करणम्)।
संस्कृत में कारक के कितने भेद हैं ?
पाँच
सात
छः
दस
2
संस्कृत व्याकरण में छः कारक माने गए हैं: कर्ता, कर्म, करण, सम्प्रदान, अपादान और अधिकरण। (सम्बन्ध और सम्बोधन को कारक नहीं माना जाता)।
‘संबोधन’ में कौन-सी विभक्ति होती है ?
द्वितीया
प्रथमा
तृतीया
पंचमी
1
संबोधन में प्रथमा विभक्ति का प्रयोग होता है (सूत्र: सम्बोधने च)।
किस समास का प्रथम पद अव्यय होता है ?
द्वन्द
द्विगु
तत्पुरुष
अव्ययीभाव
3
अव्ययीभाव समास में पहला पद अव्यय होता है और वही प्रधान होता है।
‘पंचानां वटानां समाहारः’ का समस्त पद कौन-सा है ?
पंचवट
पंचवटी
पंचवटम्
वटपंचम्
1
यह द्विगु समास का उदाहरण है, जिसका समस्त पद 'पंचवटी' है।
‘धिक्’ के योग में कौन-सी विभक्ति होती है ?
तृतीया
चतुर्थी
द्वितीया
सप्तमी
2
‘उभयतः सर्वतः धिक्...’ सूत्र के अनुसार 'धिक्' (धिक्कार) के योग में द्वितीया विभक्ति होती है।
‘अहर्निशम्’ किस समास का उदाहरण है ?
अव्ययीभाव
द्वन्द्व
तत्पुरुष
बहुव्रीहि
1
अहश्च निशा च (दिन और रात)। यह द्वन्द्व समास है।
‘वृथा’ अव्यय का अर्थ है
बाहर
दोनों ओर
अनेक
बेकार
3
'वृथा' का हिंदी अर्थ 'बेकार' या 'व्यर्थ' होता है।
‘जनाः एकत्वभावं वहन्तः वसन्ति’ प्रश्ननिर्माण हेतु रेखांकित पद (एकत्वभावं) के स्थान में कौन-सा पद रखेंगे ?
का
कस्य
के
किम्
3
'एकत्वभावं' (भाववाचक, नपुंसक/पुल्लिंग की तरह प्रयुक्त कर्म) के लिए प्रश्नवाचक शब्द 'किम्' (क्या) उपयुक्त है। (विकल्पों के आधार पर 'किम्' सही है, यद्यपि 'कम्' अधिक सटीक हो सकता था)।
‘गायन्ति देवाः किल गीतकानि’ प्रस्तुत पद्यांश किस पुराण से संकलित है ?
भागवत पुराण
कूर्म पुराण
विष्णु पुराण
मत्स्य पुराण
2
यह श्लोक 'विष्णु पुराण' से लिया गया है।
‘गोविन्दसिंहः सिखसम्प्रदायस्य .......... गुरुः आसीत् ।’
प्रथमः
सप्तमः
दशमः
नवमः
2
गुरु गोविन्द सिंह सिख संप्रदाय के 'दसवें' (दशमः) गुरु थे।
‘सरस्वती’ पद में कौन-सा स्त्री प्रत्यय है ?
ति
ङीन्
ङीप्
ङीष्
2
सरस्वत् + ङीप् = सरस्वती।
‘शक्ति + मतुप्’ से कौन-सा पद बनेगा ?
शक्तिमान्
शक्तिवान्
शक्तिः
शक्तः
0
इकारान्त शब्द के साथ मतुप् लगने पर 'मान्' शेष रहता है। अतः शक्तिमान्।
किस पद में ‘ल्युट्’ प्रत्यय है ?
पठनम्
पठितम्
पाठकः
पठन्
0
पठ् + ल्युट् = पठनम्। (ल्युट् प्रत्यय से भाववाचक संज्ञा बनती है और 'अनम्' जुड़ता है)।
‘पृच्छति’ में कौन-सी धातु है ?
प्रच्छ्
पृच्छ्
पच्
पत्
0
'पृच्छति' (पूछता है) का मूल धातु रूप 'प्रच्छ्' होता है।
नीतिकार आलस्य को क्या मानते हैं ?
मित्र
गुण
शत्रु
अवगुण
2
नीतिकार आलस्य को महान शत्रु (रिपु) मानते हैं।
बीरेश्वर कहाँ का मंत्री था ?
मगध
कान्यकुब्ज
अवन्ती
मिथिला
3
बीरेश्वर मिथिला के मंत्री थे (अलसकथा पाठ)।
‘‘अहो कथमयं कोलाहलः ?’’ - किसकी उक्ति है ?
चतुर्थ आलसी की
द्वितीय आलसी की
प्रथम आलसी की
तृतीय आलसी की
2
यह कथन 'प्रथम आलसी' का है, जिसने शोर सुनकर पूछा कि यह कैसा कोलाहल है।
‘बालानां ............ गतिः ।’ रिक्त स्थान की पूर्ति उचित विकल्प से करें ।
पिता
जननी
राजा
भ्राता
1
श्लोक के अनुसार: 'पतिरेव गतिः स्त्रीणां, बालानां जननी गतिः।' (बच्चों की गति माँ है)।
‘तीव्रतरम्’ में कौन-सा तद्धित प्रत्यय है ?
तरप्
तमप्
मयट्
तसिल्
0
तुलना (comparative degree) के लिए 'तरप्' प्रत्यय का प्रयोग होता है। तीव्र + तरप् = तीव्रतरम्।
‘भारतवहिमा’ पाठ में कुल कितने मंत्र हैं ?
चार
पाँच
दो
तीन
1
इस पाठ में कुल 5 पद्य (मंत्र) हैं।
अनेक (एक से अधिक) पदों का ‘संक्षेप’ क्या कहलाता है ?
सन्धि
संयोग
प्रत्यय
समास
3
अनेक पदों का मिलकर एक पद हो जाना 'समास' कहलाता है।
‘रवीन्द्रः’ का संधि-विच्छेद निम्न में कौन-सा है ?
रवी + इन्द्रः
रव + इन्द्रः
रवि + इन्द्रः
रवि + ईन्द्रः
2
रवि + इन्द्रः = रवीन्द्रः (दीर्घ स्वर संधि)।
‘पटनेति’ में कौन-सी संधि है ?
जश्त्व
व्यंजन
विसर्ग
स्वर
3
पटना + इति = पटनेति। आ + इ = ए। यह गुण स्वर संधि है।
‘इ + अ’ के मेल से कौन-सा वर्ण बनेगा ?
य
व
अय
या
0
यण् संधि के नियम से 'इ' के बाद भिन्न स्वर आने पर 'इ' का 'य' हो जाता है।
‘दश आननानि यस्य तस्य’ का समस्त पद क्या होगा ?
दशाननम्
दशाननः
दशाननस्य
दशानने
1
दशाननः (रावण) - बहुव्रीहि समास का पुल्लिंग रूप।
‘सम्प्रदान कारक’ में कौन-सी विभक्ति होती है ?
सप्तमी
द्वितीया
चतुर्थी
पंचमी
2
सम्प्रदान कारक में चतुर्थी विभक्ति का प्रयोग होता है (सम्प्रदाने चतुर्थी)।
‘उन्नयनम्’ में कौन-सा उपसर्ग है ?
उ
उन्
उत्
उन्न
2
उत् + नयनम् = उन्नयनम्। (व्यंजन संधि: त् का न् में परिवर्तन)। उपसर्ग 'उत्' है।
‘राज्ञा’ राजन् शब्द के किस विभक्ति का रूप है ?
पंचमी
षष्ठी
तृतीया
सप्तमी
2
'राज्ञा' राजन् शब्द की तृतीया विभक्ति एकवचन का रूप है।
‘पा’ धातु के लृट् लकार, प्रथम पुरुष, एकवचन का रूप क्या होगा ?
पिबिष्यति
पास्यति
पाष्यति
पिबति
1
पा धातु का लृट् लकार (भविष्यत् काल) में रूप 'पास्यति' चलता है।
‘छात्राणाम् ........... तपः ।’ रिक्त स्थान की पूर्ति उचित विकल्प से करें ।
भ्रमणम्
क्रीडनम्
अध्ययनम्
पालनम्
2
छात्रों का तप 'अध्ययन' है (छात्राणाम् अध्ययनम् तपः)।
विचारों की व्यापकता और समाजोद्धार के संकल्प की दृष्टि से उन्नीसवीं सदी के समाजोद्धारकों में प्रमुख कौन थे ?
स्वामी विवेकानन्द
रामकृष्ण परमहंस
स्वामी दयानन्द
राजा राममोहन राय
2
पाठ्यपुस्तक के अनुसार, स्वामी दयानन्द 19वीं सदी के प्रमुख समाज सुधारक थे।
स्वामी दयानन्दः .................... संस्थापकः आसीत् । रिक्त स्थान की पूर्ति उचित पद से करें ।
आर्य समाजस्य
ब्रह्म समाजस्य
सिख समाजस्य
मुस्लिम समाजस्य
0
स्वामी दयानन्द आर्य समाज के संस्थापक थे।
‘विग्रहोऽयम् अकिंचित्करः’ किनके द्वारा सोचा गया ?
मूलशंकर
विरजानन्द
विवेकानन्द
रामकृष्ण परमहंस
0
शिवरात्रि के दिन मूर्ति पर चूहे को देखकर मूलशंकर (दयानन्द के बचपन का नाम) ने सोचा कि मूर्ति कुछ नहीं कर सकती।
‘आर्य समाज’ नामक संस्था की स्थापना कब हुई ?
1975 ई०
1875 ई०
1883 ई०
1824 ई०
1
आर्य समाज की स्थापना 1875 ईस्वी में हुई थी।
‘नलिनीम्’ पद का अर्थ है
गाँव को
तालाब को
नगर को
उद्यान को
1
नलिनीम् का अर्थ है कमलिनी से युक्त तालाब।
‘व्याघ्रपथिक कथा’ का बाघ कैसा था ?
जवान
बूढ़ा
बच्चा
धार्मिक
1
बाघ बूढ़ा (वृद्धः) था।
‘व्याघ्रपथिक कथा’ का पथिक किसमें निमग्न हो गया ?
पानी में
धूल में
कीचड़ में
अध्ययन में
2
पथिक महापंक (गहरे कीचड़) में फंस गया था।
‘हितोपदेश’ नीतिकथाग्रंथ किनकी रचना है ?
विष्णु शर्मा
नारायण पंडित
अजय शर्मा
रजत शर्मा
1
हितोपदेश के रचयिता नारायण पंडित हैं।
रोगियों के लिए पथ्य क्या है ?
दवा
भोजन
हवा
पानी
0
श्लोक के अनुसार रोगी के लिए दवा (औषधम्) ही पथ्य (हितकारी) है।
जन्म से पूर्व कितने संस्कार होते हैं ?
पाँच
सोलह
तीन
सात
2
जन्म से पूर्व 3 संस्कार होते हैं: गर्भाधान, पुंसवन, और सीमन्तोन्नयन।
पुंसवन संस्कार का उद्देश्य क्या है ?
गर्भरक्षा
गर्भस्थ में संस्कार का आरोपण
गर्भधारण
गर्भवती की प्रसन्नता
1
भारतीय संस्कारों के अनुसार, पुंसवन का मुख्य उद्देश्य गर्भस्थ शिशु पर अच्छे संस्कार डालना और स्वस्थ संतान (विशेषतः पुत्र प्राप्ति की कामना) होता है। दिए गए विकल्पों में 'गर्भस्थ में संस्कार का आरोपण' सबसे उपयुक्त है।
संस्कार के कितने प्रकार हैं ?
तीन
पाँच
छः
दो
1
संस्कारों को मुख्य रूप से 5 भागों में बाँटा गया है: जन्मपूर्व, शैशव, शैक्षणिक, गृहस्थ, और मरणोत्तर।
भारतीय जीवन-दर्शन का महत्त्वपूर्ण उपादान क्या है ?
संस्कार
संस्कृति
भाषा
धर्म
0
संस्कार भारतीय जीवन दर्शन का एक अभिन्न अंग है।
‘लाजाहोम’ कर्मकाण्ड किस संस्कार में होता है ?
निष्क्रमण
विवाह
उपनयन
अन्नप्राशन
1
लाजाहोम (धान के लावे का हवन) विवाह संस्कार का एक प्रमुख अंग है।
‘ठक्’ प्रत्यय का उदाहरण निम्न में कौन-सा है ?
धाविका
पाठकः
सामाजिकः
कारकः
2
समाज + ठक् (इक) = सामाजिकः। (अन्य विकल्पों में ण्वुल् प्रत्यय है)।
किस पद में ‘तुमुन्’ प्रत्यय है ?
गतम्
गन्तुम्
पठन्
सेवितः
1
गम् + तुमुन् = गन्तुम् (जाने के लिए)।
‘गायिका’ पद में कौन-सा स्त्री प्रत्यय है ?
डीष्
टाप्
चाप्
डाप्
1
गायक (अक अंत वाला शब्द) + टाप् = गायिका।
‘दृश्’ धातु के लोट् लकार, उत्तम पुरुष, एकवचन का रूप निम्न में कौन-सा है ?
पश्यतु
पश्यति
पश्यानि
द्रक्ष्यामि
2
दृश् (पश्य) धातु लोट् लकार उत्तम पुरुष एकवचन = पश्यानि।
‘लतया’ पद में कौन-सी विभक्ति है ?
सप्तमी
तृतीया
द्वितीया
प्रथमा
1
लता शब्द का तृतीया एकवचन रूप 'लतया' होता है।
‘नारी’ में कौन-सा स्त्री प्रत्यय है ?
डीप्
डीष्
डीन्
ति
2
‘नृ’ शब्द में ‘ङीन्’ प्रत्यय लगने से ‘नारी’ बनता है।
‘किम् + तसिल्’ से कौन-सा अव्यय बनेगा ?
कुत्र
कदा
कुतः
किमर्थम्
2
किम् + तसिल् = कुतः (कहाँ से)।
‘‘त्वया पाठः .................... ।’’ - रिक्त स्थान को सही विकल्प से भरें ।
स्मर्तव्यः
स्मर्तव्यम्
स्मर्तव्या
स्मर्तव्यौ
0
कर्मवाच्य में क्रिया कर्म (पाठः - पुल्लिंग एकवचन) के अनुसार होगी। अतः 'स्मर्तव्यः'।
कम्पणराय का समय क्या था ?
सोलहवीं शताब्दी
चौदहवीं शताब्दी
बारहवीं शताब्दी
आठवीं शताब्दी
1
विजयनगर के राजा कम्पणराय का समय 14वीं शताब्दी था।
‘समाजस्य यानं पुरुषैः .................... च चलति’ - रिक्त स्थान की पूर्ति सही विकल्प से करें ।
बालकैः
मित्रैः
वृद्धैः
नारीभिः
3
समाज की गाड़ी पुरुषों और नारियों (नारीभिः) से चलती है।
लौकिक संस्कृतसाहित्य में कवयित्रियों के कितने पद्य स्फुट रूप से यत्र-तत्र मिलते हैं ?
100
150
200
125
1
लौकिक संस्कृत साहित्य में 40 कवयित्रियों के लगभग 150 (सार्धशतम्) पद्य मिलते हैं।
नरक के कितने द्वार हैं ?
पाँच
दो
चार
तीन
3
नरक के तीन द्वार हैं: काम, क्रोध और लोभ।
‘जहि’ किस धातु का रूप है ?
जन्
हन्
ज्ञा
जि
1
‘जहि’ हन् धातु (मारना) के लोट् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन का रूप है।
‘नदी’ शब्द का रूप चतुर्थी विभक्ति, एकवचन में क्या होगा ?
नदीषु
नद्या
नद्यै
नदीभिः
2
नदी शब्द का चतुर्थी एकवचन 'नद्यै' होता है।
‘प्रचारः’ पद में कौन-सा उपसर्ग है ?
प्र
प्रति
परा
परि
0
प्र + चारः = प्रचारः। उपसर्ग 'प्र' है।
‘अनन्तरम्’ के योग में कौन-सी विभक्ति होती है ?
चतुर्थी
पंचमी
षष्ठी
तृतीया
1
‘अनन्तरम्’ के योग में पंचमी विभक्ति का प्रयोग होता है (जैसे: पठनात् अनन्तरम् - पढ़ने के बाद)।
‘आसीत्’ किस लकार का रूप है ?
लोट्
लङ्
लृट्
विधिलिङ्
1
‘आसीत्’ अस् धातु का लङ् लकार (भूतकाल) का रूप है।
‘युवाम्’ पद का मूल रूप निम्न में से कौन है ?
अस्मद्
युष्मद्
एतत्
इदम्
1
‘युवाम्’ युष्मद् शब्द (तुम) का प्रथमा/द्वितीया द्विवचन रूप है।
‘नीतिश्लोकाः’ पाठ में कितने पद्य हैं ?
सात
दस
पाच
बारह
1
इस पाठ में कुल 10 (दस) श्लोक हैं।
धर्म की रक्षा किससे होती है ?
सत्य से
वृत्ति से
मृजया से
योग से
0
‘सत्येन रक्ष्यते धर्मो’ - सत्य से धर्म की रक्षा होती है।
क्षमा किसका नाश करती है ?
क्रोध का
अलक्षण का
अकीर्ति का
अनर्थ का
0
क्षमा क्रोध को मारती/नाश करती है (क्षमा हन्ति क्रोधम्)।
‘उच्यते’ पद का अर्थ है
कहा जाता है
पढ़ा जाता है
गाया जाता है
लिखा जाता है
0
वच् धातु (कहना) का कर्मवाच्य रूप 'उच्यते' का अर्थ 'कहा जाता है' होता है।
‘कर्मवीर कथा’ में प्रशासन के क्षेत्र में कौन लोकप्रिय हुआ ?
नवीन दृष्टि सम्पन्न शिक्षक
राम प्रवेश राम
राम प्रवेश राम के गुरु
राम प्रवेश राम के पिता
1
राम प्रवेश राम अपनी मेहनत से प्रशासन सेवा में लोकप्रिय हुए।
रामप्रवेश राम ने अनेक विषयों की पुस्तकों को कहाँ आत्मसात किया ?
प्राथमिक विद्यालय के पुस्तकालय में
उच्च विद्यालय के पुस्तकालय में
महाविद्यालय के पुस्तकालय में
विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में
2
उसने महाविद्यालय (College) के पुस्तकालय में पुस्तकों का गहन अध्ययन किया।
भीखन टोला गाँव से प्रशासन द्वारा स्थापित प्राथमिक विद्यालय कितनी दूर था ?
एक कोश
आधा कोश
डेढ़ कोश
दो कोश
0
विद्यालय गाँव से 'एक कोस' (कोश) की दूरी पर था।
किस पद में ‘तल्’ प्रत्यय है ?
गतवान्
महत्त्वम्
सुन्दरता
चंचला
2
सुन्दर + तल् = सुन्दरता। (तल् प्रत्यय लगने पर 'ता' शेष रहता है)।
‘गच्छन्’ में कौन-सा प्रत्यय है ?
शानच्
शतृ
क्तवतु
मतुप्
1
गम् + शतृ = गच्छन् (जाता हुआ)।
‘जयतु’ किस लकार का रूप है ?
लोट्
लृट्
लङ्
विधिलिङ्
0
जयतु (वह जीते) लोट् लकार प्रथम पुरुष एकवचन है।
‘कवि’ शब्द का रूप चतुर्थी विभक्ति, एकवचन में क्या होगा ?
कविम्
कविना
कवये
कविषु
2
कवि शब्द का चतुर्थी एकवचन 'कवये' होता है।
‘............. नमः ।’ - रिक्त स्थान की पूर्ति उचित विकल्प से करें ।
सरस्वतीम्
सरस्वत्यै
सरस्वती
सरस्वत्याः
1
‘नमः’ के योग में चतुर्थी विभक्ति होती है। अतः ‘सरस्वत्यै’।
किस शब्द में ‘सु’ उपसर्ग नहीं है ?
सुगमम्
स्वागतम्
स्वगतम्
सुवचनम्
2
'स्वगतम्' (स्व + गतम्) में 'स्व' शब्द है, 'सु' उपसर्ग नहीं है। (स्वागतम् में सु + आगतम् है)।
‘आख्यातोपयोगे’ सूत्र का उदाहरण कौन-सा वाक्य है ?
अयं ग्रामात् आयाति
सः व्याघ्रात् बिभेति
सः आचार्यात् संस्कृतम् अधीते
गंगा हिमालयात् निःसरति
2
जिससे नियमपूर्वक विद्या सीखी जाए, उसमें पंचमी विभक्ति होती है। 'सः आचार्यात् संस्कृतम् अधीते' इसका उदाहरण है।
‘गुरोः समीपम्’ का समस्तपद कौन-सा है ?
उपगुरु
उपगुरुः
गुरूप
उपगुरो
0
अव्ययीभाव समास में 'गुरोः समीपम्' का समस्त पद 'उपगुरु' (नपुंसक लिंग) होता है।
‘पुरन्दरः’ पद का अर्थ है
पृथ्वी
नदी
इन्द्र
समुद्र
2
पुरन्दर इंद्र का एक नाम है।
किसके समय में पाटलिपुत्र की रक्षा-व्यवस्था और शोभा अत्युत्कृष्ट थी ?
चन्द्रगुप्त मौर्य
मुगल
मध्यकाल
आंगलकाल
0
चन्द्रगुप्त मौर्य के समय पाटलिपुत्र की रक्षा व्यवस्था अति उत्कृष्ट थी।
‘तत् + मध्ये’ में सन्धि होकर क्या रूप बनेगा ?
तत्मध्ये
तन्मध्ये
तन्मध्य
तदामध्ये
1
व्यंजन संधि (त का न में परिवर्तन): तत् + मध्ये = तन्मध्ये।
‘परोपकारः’ में किन-किन वर्णों में संधि हुई है ?
अ + उ
अ + ओ
आ + ओ
अ + ऊ
0
पर + उपकारः। अ + उ = ओ (गुण संधि)।
‘जटाजिनधराः ऋषयः .................... अवगाहन्ते’ - रिक्त स्थान की पूर्ति उचित पद से करें ।
पद्माम्
यमुनाम्
मन्दाकिनीम्
रावीम्
2
मन्दाकिनी वर्णनम् पाठ के अनुसार ऋषिगण 'मन्दाकिनी' नदी में स्नान करते हैं।
सरस्वती का कुलगृह किस नगर को कहा गया है ?
पटना
गया
राजगीर
पूर्णियाँ
0
पाटलिपुत्र (पटना) को सरस्वती का कुलगृह (शिक्षा का केंद्र) कहा गया है।
‘‘सत्यमेव जयते नानृतं’’ - यह पद्यांश किस उपनिषद् का है ?
कठोपनिषद्
मुण्डकोपनिषद्
ईशावास्योपनिषद्
श्वेताश्वतरोपनिषद्
1
यह प्रसिद्ध मंत्र मुण्डकोपनिषद् से लिया गया है।
‘ऋतस्य’ पद का अर्थ है
मुख का
पात्र का
सत्य का
द्वार का
2
वैदिक साहित्य में 'ऋत' का अर्थ सत्य या शाश्वत नियम होता है। यहाँ 'सत्य का' अर्थ सही है।
‘तत्र तीर्थयात्रिणः दर्शनार्थम् आयान्ति’ - प्रश्ननिर्माण हेतु रेखांकित पद (तीर्थयात्रिणः) के स्थान में क्या होगा ?
के
काः
कस्य
किम्
0
'तीर्थयात्रिणः' पुल्लिंग बहुवचन है, अतः प्रश्नवाचक 'के' होगा।
सत्य का मुँह किस पात्र से ढँका है ?
हिरण्मय
ताम्रलय
रजतमय
अयस्कमय
0
सत्य का मुख 'हिरण्मय' (सोने के) पात्र से ढका हुआ है।
‘कुट्टनीमत काव्य’ के कवि कौन हैं ?
राजशेखर
दामोदरगुप्त
वररुचि
व्याडि
1
दामोदरगुप्त ने 'कुट्टनीमतम्' काव्य की रचना की थी।
‘सप्ताहे .................... दिनानि भवन्ति’ - रिक्त स्थान की पूर्ति उचित विकल्प से करें ।
सप्ताः
सप्त
सप्तानि
सप्तभिः
1
सप्ताह में सात (सप्त) दिन होते हैं।
‘कर्णस्य दानवीरता’ पाठ कहाँ से संकलित है ?
महाभारत से
हितोपदेश से
रामायण से
नीतिशतक से
0
यह पाठ भास रचित 'कर्णभारम्' नाटक से लिया गया है जो 'महाभारत' पर आधारित है।
‘भोः कर्ण ! महतराम भिक्षां याचे ।’ किसका कथन है ?
कर्ण का
शल्य का
शक्र का
कवि का
2
इन्द्र (शक्र) ने ब्राह्मण वेश में कर्ण से यह कहा था।
‘एतदेव’ का संधि-विच्छेद क्या होगा ?
एतत् + ऐव
एत + देव
एतत् + एव
एत् + अदेव
2
एतत् + एव = एतदेव (व्यंजन संधि: त् का द् हो जाता है)।
‘विसर्ग संधि’ का उदाहरण कौन-सा है ?
इतस्ततः
गायिका
दिनेशः
हिमालयः
0
इतः + ततः = इतस्ततः। (विसर्ग संधि)।
‘अशान्तिः’ किस समास का उदाहरण है ?
द्विगु समास
अव्ययीभाव समास
कर्मधारय समास
नञ् समास
3
न शान्तिः इति अशान्तिः। यह नञ् तत्पुरुष समास है।
‘सह’ के योग में कौन-सी विभक्ति होती है ?
प्रथमा
तृतीया
द्वितीया
पंचमी
1
‘सहयुक्ते प्रधाने’ सूत्र से ‘सह’ (साथ) के योग में तृतीया विभक्ति होती है।
‘अवैरेण करुणया मैत्रीभावेन च ........... शान्तिः भवति ।’ - रिक्त स्थान की पूर्ति उचित विकल्प से करें ।
वैरस्य
देशस्य
धर्मस्य
नद्याः
0
अवैरेण (बैर न करने से) वैरस्य (बैर की) शान्ति होती है।
न्यायदर्शन के प्रवर्तक आचार्य कौन हैं ?
जैमिनि
बादरायण
कणाद
गौतम
3
न्याय दर्शन के प्रवर्तक महर्षि गौतम हैं। (जैमिनि-मीमांसा, बादरायण-वेदांत, कणाद-वैशेषिक)।
किस पद में ‘अति’ उपसर्ग नहीं है ?
अत्यधिकम्
अतिथिः
अतिशयः
अतिवृष्टिः
1
'अतिथि' शब्द में 'अ' (न) + 'तिथि' है, यहाँ 'अति' उपसर्ग नहीं है। अन्य सभी में 'अति' उपसर्ग है।
‘अधि’ उपसर्गपूर्वक ‘वस्’ धातु के प्रयोग होने पर आधार की संज्ञा क्या होती है ?
करण
सम्प्रदान
कर्म
अपादान
2
सूत्र ‘अधिशीङ्स्थासां कर्म’ के अनुसार, अधि उपसर्ग पूर्वक वस् धातु के आधार की कर्म संज्ञा होती है।
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✓ \u0938\u0924\u094D\u092F\u093E\u092A\u093F\u0924
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